Wednesday, 11 September 2024

EXERCISE 194 - Answer with rules, formulas, and translations:अभ्यास 194 - नियमों, सूत्रों और अनुवाद के साथ उत्तर दें: class X






EXERCISE 194 - Answer with rules, formulas, and translations:

1. He always reached the class in time.
(Negative): He never reached the class in time.
Rule: Simple past tense, negative form is constructed by adding "never" or "did not" + base form of the verb.
Formula: Subject + did not + verb (base form) + object.
Tense: Simple Past
Hindi: वह कभी समय पर कक्षा में नहीं पहुंचा।

2. She hid herself behind a tree.
(Interrogative): Did she hide herself behind a tree?
Rule: For interrogatives in past tense, use "did" + subject + verb (base form) + object.
Formula: Did + subject + verb (base form) + object?
Tense: Simple Past
Hindi: क्या उसने खुद को पेड़ के पीछे छिपाया?
Notes: herself हर्सेल्फ" का इस्तेमाल तब किया जाता है जब किसी महिला के बारे में बात करते हुए यह बताना हो कि उसने कोई काम खुद किया है या खुद से जुड़ी किसी चीज़ को व्यक्त किया है।

3. We saw someone entering your room.
(Negative): We did not see anyone entering your room.
Rule: In negative form, "did not" is added, and "someone" becomes "anyone."
Formula: Subject + did not + verb (base form) + object.
Tense: Simple Past
Hindi: हमने किसी को तुम्हारे कमरे में प्रवेश करते नहीं देखा।

4. He invited you to dinner on Sunday.
(Interrogative): Did he invite you to dinner on Sunday?
Rule: For interrogative sentences in past tense, use "did" + subject + verb (base form).
Formula: Did + subject + verb (base form) + object?
Tense: Simple Past
Hindi: क्या उसने आपको रविवार को रात के खाने पर आमंत्रित किया?

5. We went to Kolkata last month.
(Interrogative): Did we go to Kolkata last month?
(Negative): We did not go to Kolkata last month.
Rule: "Did" is used for both interrogative and negative in simple past tense.
Formula (Negative): Subject + did not + verb (base form).
Formula (Interrogative): Did + subject + verb (base form) + object?
Tense: Simple Past
Hindi:
Interrogative: क्या हम पिछले महीने कोलकाता गए थे?
Negative: हम पिछले महीने कोलकाता नहीं गए।
Pakistani:


6. Rama goes for a morning walk everyday.
(Interrogative): Does Rama go for a morning walk every day?
Rule: In simple present tense, "does" is used for third-person singular subjects (he/she/it).
Formula: Does + subject + verb (base form) + object?
Tense: Simple Present
Hindi: क्या राम रोज़ सुबह की सैर पर जाता है?

7. We beat the thief yesterday.
(Negative): We did not beat the thief yesterday.
Rule: For negative in simple past, "did not" + base form of verb is used.
Formula: Subject + did not + verb (base form) + object.
Tense: Simple Past
Hindi: हमने कल चोर को नहीं मारा।

8. Shyam plays football daily.
(Interrogative): Does Shyam play football daily?
Rule: Use "does" for third-person singular in simple present.
Formula: Does + subject + verb (base form) + object?
Tense: Simple Present
Hindi: क्या श्याम रोज़ फुटबॉल खेलता है?

9. He always spoke the truth.
(Negative): He never spoke the truth.
Rule: "Never" is used in simple past to make the sentence negative.
Formula: Subject + never + verb (past form) + object.
Tense: Simple Past
Hindi: उसने कभी सच नहीं बोला।
 

10. He killed the mad dog.
(Interrogative): Did he kill the mad dog?
Rule: Use "did" for past tense interrogative sentences.
Formula: Did + subject + verb (base form) + object?
Tense: Simple Past
Hindi: क्या उसने पागल कुत्ते को मारा?


11. I go for a morning walk daily.
(Negative): I do not go for a morning walk daily.
Rule: "Do not" is used for first person in simple present negative.
Formula: Subject + do not + verb (base form).
Tense: Simple Present
Hindi: मैं रोज़ सुबह की सैर पर नहीं जाता।


12. He has gone out for dinner.
(Negative): He has not gone out for dinner.
Rule: "Has not" is used for present perfect negative sentences.
Formula: Subject + has not + past participle of verb + object.
Tense: Present Perfect
Hindi: वह रात के खाने के लिए बाहर नहीं गया है।

13. He laughs too much.
(Negative): He does not laugh too much.
Rule: "Does not" is used for negative simple present.
Formula: Subject + does not + verb (base form).
Tense: Simple Present
Hindi: वह ज़्यादा नहीं हंसता।

14. She broke her neck.
(Negative)
Answer: She did not break her neck.
Rule: Simple past tense; Formula: Subject + did + not + verb (base form) + object
Hindi Translation: उसने अपनी गर्दन नहीं तोड़ी।

15. He always attended the class in time.
(Negative)
Answer: He did not always attend the class in time.
Rule: Simple past tense; Formula: Subject + did + not + verb (base form) + object/adverbial phrase
Hindi Translation: वह हमेशा समय पर कक्षा में उपस्थित नहीं होता था।
attended→Attend (अˈटे᠎̮न्‍ड्‌)
किसी स्‍थान पर) जाना या उपस्थित रहना



16. He plays cricket.
(Interrogative) (Negative)
Answer: Does he not play cricket?
Rule: Simple present tense; Formula (Interrogative Negative): Does + subject + not + verb (base form) + object
Hindi Translation: क्या वह क्रिकेट नहीं खेलता है?


17. I heard someone knocking at the door.
(Negative)
Answer: I did not hear anyone knocking at the door.
Rule: Simple past tense; Formula: Subject + did + not + verb (base form) + object
Hindi Translation: मैंने दरवाजे पर किसी को दस्तक देते नहीं सुना।
knock→नॉक्‌ ( हाथ से किसी वस्‍तु पर ज़ोर के प्रहार द्वारा अवाज़ कराना; (दरवाज़े आदि) को खटखटाना)

18. He has never been to Mumbai.
(Interrogative)
Answer: Has he ever been to Mumbai?
Rule: Present perfect tense; Formula: Has + subject + ever + verb (past participle) + object
Hindi Translation: क्या वह कभी मुंबई गया है?

19. You will find him somewhere in the school.
(Negative)
Answer: You will not find him anywhere in the school.
Rule: Simple future tense; Formula: Subject + will + not + verb (base form) + object
Hindi Translation: आप उसे स्कूल में कहीं नहीं पाएंगे।


20. Everyone appreciated his work.
(Interrogative)
Answer: Did everyone appreciate his work?
Rule: Simple past tense; Formula: Did + subject + verb (base form) + object
Hindi Translation: क्या सभी ने उसके काम की सराहना की?
appreciate → अˈप्रीशिएट्‌
किसी व्‍यक्ति या वस्‍तु के गुण पहचानना और उन्‍हें महत्व देना; रसास्‍वादन करना
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Tenses and Formulas Summary:
Simple Past Tense
Formula (Negative): Subject + did + not + verb (base form) + object
Formula (Interrogative): Did + subject + verb (base form) + object
Hindi: साधारण भूतकाल


Simple Present Tense
Formula (Interrogative Negative): Does + subject + not + verb (base form) + object
Hindi: साधारण वर्तमानकाल


Present Perfect Tense
Formula (Interrogative): Has + subject + ever + verb (past participle) + object
Hindi: वर्तमान पूर्णकाल

Simple Future Tense
Formula (Negative): Subject + will + not + verb (base form) + object
Hindi: साधारण भविष्यकाल


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"डिनर" और "सुपर" दोनों ही भोजन के लिए प्रयुक्त शब्द हैं, लेकिन उनके उपयोग में कुछ अंतर है:

डिनर (Dinner): यह आमतौर पर शाम के भोजन के लिए इस्तेमाल होता है। यह शब्द अधिकांशतः औपचारिक या विशेष अवसरों पर अधिक उपयुक्त होता है।

उदाहरण:
"इंतजार ने शाम के डिनर के लिए एक विशेष रेस्टोरेंट बुक किया है।"
"डिनर के दौरान हम आमतौर पर परिवार के साथ बैठकर भोजन करते हैं।"
सुपर (Supper): यह शब्द आमतौर पर रात के खाने के लिए इस्तेमाल होता है, जो डिनर के बाद हल्के भोजन को संदर्भित करता है। कुछ क्षेत्रों में "सुपर" का उपयोग डिनर के लिए भी किया जा सकता है, लेकिन यह आमतौर पर अधिक अनौपचारिक और साधारण भोजन को दर्शाता है।

उदाहरण:
"हमने आज रात को जल्दी सुप्पर किया, क्योंकि हमें सुबह जल्दी उठना है।"
"सुप्पर में कुछ हल्का-फुल्का खाना बनाकर ले आओ।"
उम्मीद है कि यह अंतर स्पष्ट कर सके।

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"Behind" और "back side" दोनों का इस्तेमाल संदर्भ के अनुसार किया जा सकता है, लेकिन इनके उपयोग में थोड़ी भिन्नता होती है:

Behind: इसका मतलब है "पीछे"। यह शब्द किसी वस्तु या व्यक्ति के पीछे होने की स्थिति को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है।

उदाहरण: "उसके पीछे एक सुंदर बाग है।"
Back side: इसका मतलब है "पीठ की तरफ" या "पिछली सतह"। यह शब्द आमतौर पर किसी वस्तु के पिछले हिस्से को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है।

उदाहरण: "कृपया मुझे कागज के पिछली तरफ (back side) पर साइन कर दें।"
इन दोनों शब्दों का उपयोग संदर्भ के अनुसार किया जाता है, जहाँ "behind" सामान्यतः किसी वस्तु के पीछे होने की स्थिति को दर्शाता है, वहीं "back side" विशेष रूप से किसी वस्तु के पिछले हिस्से को बताता है।



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"Never" और "don't" का इस्तेमाल  हिंदी में निम्नलिखित तरीके से किया जा सकता है:

"Never":

इसका उपयोग किसी चीज़ को कभी न करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण: "मैं कभी भी झूठ नहीं बोलता।" (I never lie.)
"Don't":

इसका उपयोग किसी चीज़ को नहीं करने के लिए किया जाता है, आमतौर पर एक विशेष स्थिति में।
उदाहरण: "मैं आज बाहर नहीं जा रहा।" (I don't go out today.)
प्रस्तावना:

"Never" का इस्तेमाल तब होता है जब आप किसी गतिविधि को किसी भी समय नहीं करने का संकल्प लेते हैं।
"Don't" का इस्तेमाल विशेष समय या स्थिति में किसी काम को नहीं करने के लिए होता है।

......
 हिंदी में इन शब्दों का सही उपयोग इस प्रकार है:

Somewhere: कहीं (जैसे: "मैं कहीं बाहर जा रहा हूँ।")

Anywhere: कहीं भी (जैसे: "क्या तुम कहीं भी जा सकते हो?")

Someplace: कहीं (जैसे: "हमने कहीं अच्छा सा प्लेस देखा।")

Elsewhere: कहीं और (जैसे: "वह कहीं और व्यस्त है।")

Somewhere, Anywhere, Nowhere, Everywhere:

Somewhere: कहीं
Anywhere: कहीं भी
Nowhere: कहीं भी नहीं
Everywhere: हर जगह (जैसे: "वह हर जगह नजर आता है।")
Someone: कोई (जैसे: "कोई यहाँ आया था।")

Something: कुछ (जैसे: "मैंने कुछ सुना।")

Everyone: हर कोई (जैसे: "हर कोई खुश था।")

Everything: सब कुछ (जैसे: "मैंने सब कुछ देख लिया।")

इन शब्दों का उपयोग कर आप विभिन्न संदर्भों में स्पष्टता और सटीकता के साथ बात कर सकते हैं।

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 हिंदी में इन possessive pronouns और possessive adjectives का इस्तेमाल इस तरह से किया जाता है:

1. Independent Possessive Pronouns (स्वतंत्र संबंधित सर्वनाम):

Mine (मेरा): "यह किताब मेरी है, और वह किताब मेरी है।"
Ours (हमारा): "यह घर हमारा है।"
Yours (तुम्हारा): "क्या यह बगीचा तुम्हारा है?"
His (उसका): "यह गाड़ी उसकी है।"
Hers (उसका): "यह आभूषण उसका है।"
Its (इसका): "कुत्ते का बर्तन इसका है।"
Theirs (उनका): "यह बगीचा उनका है।"
2. Possessive Adjectives (संबंधित विशेषण):

My (मेरा): "यह मेरा पर्स है।"
Our (हमारा): "यह हमारा स्कूल है।"
Your (तुम्हारा): "क्या यह तुम्हारा लैपटॉप है?"
His (उसका): "उसकी किताबें यहाँ हैं।"
Her (उसका): "उसका घर बहुत सुंदर है।"
Its (इसका): "इसका रंग बहुत अच्छा है।"
Their (उनका): "उनकी फिल्म बहुत दिलचस्प है।"
उदाहरण वाक्य:

"मेरा कुत्ता बाहर खेल रहा है, लेकिन उनका कुत्ता अंदर है।"
"यह किताब मेरी है, और वह किताब तुम्हारी है।"
इस तरह, आप इन सर्वनामों और विशेषणों का सही संदर्भ में इस्तेमाल कर सकते हैं।

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Pronoun 
प्रोनाउन (सर्वनाम) ऐसे शब्द होते हैं जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या विचार के नाम की जगह लेते हैं। इसके कई प्रकार होते हैं, जिनका उपयोग अलग-अलग संदर्भों में किया जाता है। यहाँ सभी प्रकार के प्रोनाउन और उनके उपयोग को आसान हिंदी में समझाया गया है:

1. Personal Pronouns (व्यक्तिवाचक सर्वनाम)
ये प्रोनाउन किसी व्यक्ति की पहचान को दर्शाते हैं।

First Person (प्रथम पुरुष):

I (मैं) - "I am studying."
We (हम) - "We are going to the market."
Second Person (द्वितीय पुरुष):

You (तुम/आप) - "You are my friend."
Third Person (तृतीय पुरुष):

He/She/It (वह/वह/यह) - "She is reading a book."
They (वे) - "They are playing in the park."
2. Possessive Pronouns (स्वत्ववाचक सर्वनाम)
ये प्रोनाउन किसी चीज के स्वामित्व को दर्शाते हैं।

First Person (प्रथम पुरुष):

My (मेरा) - "This is my book."
Our (हमारा) - "Our house is big."
Second Person (द्वितीय पुरुष):

Your (तुम्हारा/आपका) - "Your pen is on the table."
Third Person (तृतीय पुरुष):

His/Her/Its (उसका/उसका/इसका) - "Her car is new."
Their (उनका) - "Their dog is friendly."
3. Reflexive Pronouns (आत्मवाचक सर्वनाम)
ये प्रोनाउन क्रिया की वापसी को दर्शाते हैं।

Myself (खुद को) - "I made this myself."
Yourself (खुद को) - "You should do it yourself."
Himself/Herself/Itself (खुद) - "He taught himself to play the guitar."
Ourselves (खुद को) - "We enjoyed ourselves at the party."
Themselves (खुद को) - "They looked after themselves."
4. Demonstrative Pronouns (संकेतवाचक सर्वनाम)
ये प्रोनाउन किसी चीज़ को इंगित करते हैं।

This (यह) - "This is my book."
That (वह) - "That is a beautiful house."
These (ये) - "These are my friends."
Those (वे) - "Those were great days."
5. Interrogative Pronouns (प्रश्नवाचक सर्वनाम)
ये प्रोनाउन प्रश्न पूछने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

Who (कौन) - "Who is coming to the party?"
What (क्या) - "What are you doing?"
Which (कौन सा) - "Which book are you reading?"
6. Relative Pronouns (संबंधवाचक सर्वनाम)
ये प्रोनाउन एक वाक्य को दूसरे से जोड़ते हैं।

Who (जो) - "The man who called you is here."
Whom (जिसे) - "The person to whom you spoke is leaving."
Which (जो) - "The book which is on the table is mine."
That (जो) - "The car that I bought is red."
7. Indefinite Pronouns (अनिश्चित सर्वनाम)
ये प्रोनाउन अस्पष्ट या अनिश्चित वस्तुओं या लोगों को दर्शाते हैं।

Someone (कोई) - "Someone is at the door."
Anyone (कोई भी) - "Is there anyone who can help?"
Everyone (हर कोई) - "Everyone enjoyed the movie."
Nothing (कुछ भी नहीं) - "There is nothing in the box."
ये सभी प्रोनाउन अंग्रेज़ी ग्रामर की बुनियादी बातें हैं और इनका सही उपयोग वाक्यों में स्पष्टता और अर्थ को बेहतर बनाता है।


Shakeeluddin Ansari 


































Saturday, 7 September 2024

दुआ करने का तरीका way to pray

اللهم صلی علی سیدنا و شفیعنا و حبیبنا و مولانا 
محمد وبارک وسلم صلو علیه الصلاۃ و السلام علیک یا رسول اللہ صلی اللہ تعالی علیہ وسلم
 या रब्बुल आलमीन जो कुरान पढ़ा है या जो कुछ मैंने तिलावत की इसका जो कुछ सवाब मिला है उसे सबसे पहले मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला वसल्लम की बारगाह में पेश करता हूं इसको कबूल फर्मा, इसके बाद तमाम अम्बिया इकराम 124000 या 224 000 कम वा बेस तमाम अम्बिया इकराम की बरगाहों में नजर करते हैं मौला कबूल फरमा , इसके बाद तमाम सहाबा इकराम को, तमाम औलिया इकराम को , तमाम बुजुर्गाने दी़न को , तमाम मोमिनीन, तमाम मोमिनात, तमाम मुस्लिमीन ,तमाम मुस्लिमात को इसका सवाब पेश करते हैं मौला ए करीम कबूल फरमा, इसके बाद खुसूस बिल खुसूस मरहूम हाजी छोटे बक्श को पेश कर रहा हूं मौला कबूल फरमा, उनकी कब्र में कुसादगी अता फरमा उनके हिसाबो किताब में आसानी अता फरमा उनके दर्जों को बुलन्द फरमा, जन्नत फिरदोस मैं आला मकाम अता फरमा प्यारे नबी की शफ़ात अता फरमा और घर वालो को सबरे जमील अता फरमा। ज्यादा से ज्यादा ऐसाले सवाब की तौफीक अता फरमा और हम तमाम की दिली जायज तमन्ना पूरी फरमा, हमारी दुआ हुजूर के सदके में कुबूल
फरमा।
 Remember Ahmed Ziyan Ansari's dua in a good way.

Additional dua
जो बिमार हैं या परेशान हैं तो उनको अपने करम से माफ़ फरमा औऱ उनकी बीमारियो औऱ परेशानियों को दूर फरमा
तेरे सिवा कोई इबादत के लायक नहीं है 
तेरे सिवा कोई बंदगी के लायक नहीं है
तेरे सिवा कोई तारीफ के लायक नहीं है
हमारे माबूद़ हमारे गुना तेरी रहमत से बड़े नहीं है
तो अपनी रहमत से हमारे गुनाहों को माफ कर दे ।
ऐ अल्लाह पाक हमें गुमराही के रास्ते से हटाकर अस-शिरा तल-मुस्तकीम के रास्ते पर चलने वाला बना दे !
ऐ अल्लाह ऐसी नमाज़ पढ़ने की तौफीक आता कर जिस नमाज़ से तू राजी हो जाए।
या ग़फ़ूर , या करीम हमारे गुनाहों को माफ़ फ़रमा
अये अल्लाह ﷻ हमे गुनाहो से नफ़रत देदे , या अल्लाह ﷻ जाने अनजाने में हमसे जो गलतियां हुई उन्हें माफ़ फ़रमा
या अल्लाह हम जो गलतियों की तौबा करना भूल गए आप उन गलतियों को भी माफ़ फ़रमा
अये अल्लाह ﷻ तमाम मरहूमों को जन्नत उल फिरदौस अता फ़रमा , दोज़ख क़े अज़ाब से , कबर क़े अज़ाब से और जहन्नुम की आग से बचा
ऐ अल्लाह ﷻ हमे नेक बना (अमीन )
अये अल्लाह ﷻ हमारे बच्चों को नैक तौफ़ीक़ और नैक हिदायत अदा फ़रमा
अये अल्लाह ﷻ हमारे बच्चों की ज़िन्दगी आसान करदे
ऐ अल्लाह ﷻ हमारे बच्चों की इम्तेहान मैं कामयाबी अदा फ़रमा
अये अल्लाह ﷻ हमे अपने माँ बाप की तरफ प्यार और सबर से पेश आने की तौफीक अता फ़रमा
ऐ अल्लाह ﷻ तमाम उम्मते मुस्लिम की जायज़ दुआएं क़ुबूल फ़रमा
अये अल्लाह ﷻ हमारी दुआओं को अपने फ़ज़्लो करम से अपने रहमो करम से क़बूल फ़रमा



Commentary to be spoken on 15th August in 2024. By Shakeeluddin.2024 में 15 अगस्त को बोली जाने वाली टिप्पणी। शकीलुद्दीन द्वारा।

بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِيمِ



"अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहू,

सफर में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो,
सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो।
किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं,
तुम अपने आप को खुद ही बदल सको तो चलो।

खुशामदीद है आप सभी मेहमानों का,
हमारी महफिल में, आप की तशरीफ से रौशनी हुई।
हर इक फूल खिला है आप की आमद से,
ये दिन आपकी मौजूदगी से हसीन हुई।

जनाब अशरफ अली अंसारी साहब का इस्तकबाल करते हुए सबसे पहले मैं दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, जिन्होंने इस इलाक़े में तालीम की शम्मा रोशन की। ऐसे वक्त में जब पढ़ाई के नाम पर लोग सिर्फ़ सपने देखते थे, आपने एक हकीकत बना दी। यह आपकी कड़ी मेहनत और बेमिसाल हिम्मत का नतीजा है कि आज ररुआ में तालीम की रौशनी फैल चुकी है। आपका यह एहसान हमारे दिलों में हमेशा रहेगा।

"मुकद्दर के सफर में जमीं को आसमां बना दिया,
अंधेरों को चीर कर आप ने यह चिराग जला दिया।
हर तरफ़ अब नूर ही नूर है,


"जनाब अशरफ अली अंसारी साहब के इस एहसान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उन्होंने हमारी तालीम के सफर को आसान किया और एक ऐसा स्कूल खोला, जो आज भी तालीम के आसमान में सितारा बनकर चमक रहा है। हम दिल की गहराइयों से आपका इस्तकबाल करते हैं। अल्लाह ताला आपको सेहत और बरकत दे, और आपके इस नेक मकसद को हमेशा बरकरार रखे।”

आपके तालीम के कारवां ने यह शहर बना दिया।”
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आज की इस मुकद्दस महफिल में हमारे साथ तशरीफ़ फरमा हैं जनाब फ़हीम उर रहमान खान साहब, जो ना सिर्फ़ बन्ड़ की सरज़मीं से तशरीफ़ लाए हैं, बल्कि हमारे दिलों की रौशनी भी हैं।

आपका यहाँ आना हमारे लिए एक बड़ी निआमत है। आप एक पीर और मुर्शिद हैं, जिनकी दुआओं से हमारे मुस्तक़बिल के रास्ते रौशन होते हैं।

आज इस महफिल में आप जैसे बुज़ुर्ग का आना हमारे लिए खुदा का खास करम है।

"ख़ुदा के बन्दों में वो रुतबा किसे नसीब,
जिनके दिल में बसती है फ़ैज़ान की तासीर।
क़दम बढ़ाएं, पीर-ओ-मुर्शिद हमारे,
आपकी दुआओं से हर मुश्किल बनेगी आसान।"

हम दुआ करते हैं, आपके साये में हर इक बच्चा कामयाब हो,
आपकी रहनुमाई से ये स्कूल यूँ ही बुलंदियों की तरफ बढ़ता रहे।”

"आपकी दुआओं का सहारा हमें चाहिए,
आपकी निगाह-ए-करम का नूर चाहिए।
रखें कदम, इस महफिल की रौनक बढ़ाएं,
आपका आना हमारे लिए एक तोहफा है, जिसे हमने दिल से अपनाया है।"

जनाब, हमारी इस महफिल में तशरीफ लाने का शुक्रिया। अल्लाह आपकी उम्र में बरकत दे और आपकी दुआओं से हम सबकी ज़िन्दगी में रोशनी आए।”


हम सब मिलकर जनाब फ़हीम उर रहमान खान साहब का खैर मकदम करते हैं। अल्लाह तआला से दुआ है कि आपकी रहनुमाई में हम सब आगे बढ़ें, और तरक़्क़ी के रास्ते पर चलें।
****”
आज की इस ख़ास महफ़िल में, हम आपके दिलों की गहराइयों से स्वागत करते हैं,
जो हमारे मार्गदर्शक, हमारे अदब के दीपक हैं,
जिन्होंने अपने अनुभव और ज्ञान से, हमें रोशनी दिखाई है हर इक मुकाम पर।

जो हमें हौसला देते हैं हर कठिनाई में,
हमारे जनाब प्रिंसिपल सुनील कटियार साहब,
आपकी रहनुमाई में हमने पाया है हर सफलता का एहसास,
कभी थकते नहीं, न रुकते हैं, ये सफर यूँ ही चलता रहे।

आपकी मौजूदगी में ही ये दीवारें संजीदा हैं,
आपके कदमों से ही ये रास्ते रौशन हैं।
आपके इस लंबे सफर के लिए, हम शुक्रगुजार हैं।
हर इक लफ्ज़ में है, हमारी जानिब से मोहब्बत का पैगाम।





"उस्ताद वो रहबर हैं जो रौशनी की तरह,
हर अंधेरे को चीर कर निकलते हैं।
जिनकी निगाहों में वो इल्म का समंदर है,
जो हमें दुनिया की हर राह दिखाते हैं।”


"हमारे उस्तादों की तालीम और तजुर्बे का आज हम सब इस्तकबाल करते हैं। वो उस्ताद जो न सिर्फ किताबों के पन्नों में सिमटी तालीम को हमारे दिलों में उतारते हैं, बल्कि जिंदगी के सफर में सही और गलत का फर्क भी बताते हैं। उनके बिना हम इस दुनिया के हक़ीक़त से अनजान होते।

उनके इरशादात से हमें समझ आती है कि जिंदगी का असल मकसद क्या है। उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर हम हर मुश्किल को आसान बना सकते हैं और हर मुश्किलात का सामना कर सकते हैं।

आज, हम उन सभी उस्तादों का शुक्रिया अदा करते हैं, जिनकी तालीम और मेहनत से हम आज इस मकाम पर खड़े हैं। अल्लाह तआला उन्हें सलामत रखे और उनकी रहनुमाई हमेशा हम पर बनी रहे।”

"हिंदुस्तानी शेरो शायरी के अंदाज में, आज हम इन उस्तादों का इस्तकबाल करते हैं, जो हमें जिंदगी के हर मोड़ पर सही रास्ता दिखाते हैं। उनकी तालीम और इल्म का कर्ज़ हम कभी नहीं चुका सकते, मगर उनकी इज्जत और उनके मकाम को हमेशा ऊंचा रखने की दुआ जरूर कर सकते हैं।”

यह प्यारे प्यारे बच्चों के अम्मी और अब्बू का इस्तकबाल हम एक खास अंदाज में करते हैं।

नजरें झुकाए, ये मुहब्बतों का पैगाम,
छोटे-छोटे फरिश्तों के सरपरस्त,
वो माँ-बाप, जो मेहनत की चादर में लपेटे
अपने बच्चों की तकदीरें संवारते हैं।
क्योंकि हर अम्मी और अब्बू की ख्वाहिश होती है,
कि उनके लाडले हमसे बेहतर जिंदगी जीएं।”

"माँ-बाप का ये प्यार अनमोल है,
इन्हीं की दुआओं से हर ख्वाब कबूल है,


"तो आइए, हम सब मिलकर उन माँ-बाप का इस्तकबाल करते हैं,
जो अपने लहू-पसीने की मेहनत से
अपने बच्चों के मुस्तकबिल को रोशन करते हैं।

"आओ, सजदा करूं मैं उन फिजाओं को,
जिनसे आती है मेहमानों की महक,
ये महफिल में आई हुई रौनकें,
दिल से की जाती है उनकी महक।

जो भी आए हैं इस महफिल में,
उनके क़दमों में बिछ जाएं ये फूल,
शुक्रगुज़ार हैं हम आपके आने का,
करते हैं दिल से आपका इस्तकबाल।

कौन कहता है कि चांद में दाग है,
आपकी तासीर ही कुछ और है,
मेहमान बनकर आए हैं आप,
महफिल की रौनक ही कुछ और है।'

तो दिल से करते हैं इस्तकबाल आपका,
आपके आने से महक गई ये महफिल हमारी।”

अब मैं आपको बताना चाह रहा हूं।


"आज का दिन, यौम ए आजादी, वह दिन है जब हमारे बुज़ुर्गों ने अपने खून से आजादी की सरज़मीन को रंगीन किया। ये वो वक़्त था जब हमारी दुआओं ने आसमानों को चीर दिया, और हमारी कुर्बानियों ने ज़मीन को महकाया।”


तारीख और शायरी का जोड़:

"जब ज़ालिम हुकूमत की जंजीरों में हमारा हिंदुस्तान कैद था, तब हमारे मजलूम लेकिन दिलेर शहीदों ने आवाज़ उठाई:

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-क़ातिल में है।

ये वो शेर है जिसने हर नौजवान को इंकलाब का पैगाम दिया और हर माँ ने अपने लाल को वतन के लिए कुर्बान करने का हौसला दिया।”


खूबसूरती का जिक्र:

"यह मुल्क, हिंदुस्तान, एक ऐसा गुलदस्ता है जिसमें हर फूल की खुशबू है। यहाँ की मिट्टी में वो तासीर है कि उसमें इंसानियत की बेल खड़ी होती है। आइए इस खूबसूरती को अपने अंदाज में बयान करें:

हम वतन के फूल हैं, और यहाँ हर रंग का है गुल,
हमारी आस्तीं में है महक, हर इक बुलबुल की धुन।”


जोश और जुनून भरें:

"आज हम सब यहां एकत्रित हुए हैं इस यौम ए आजादी को यादगार बनाने के लिए। हमारा हर लफ्ज़, हर अंदाज़, इस बात की गवाही देगा कि ये आजादी हम पर कुरबानियों की अमानत है। और इसे बनाए रखने का जिम्मा हम सब पर है।”


समापन:

"तो आइए, इस जश्न-ए-आजादी के मौके पर अपने वतन को सलाम करें, और उन सभी को याद करें जिन्होंने हमें ये खूबसूरत आजादी दी।"

शहीदों की मज़ारों पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाक़ी निशाँ होगा।

"वतन की हिफ़ाज़त करूँगा मैं जब तक जान में जान है, अल्लाह करे ज़िन्दा रहे ये मुल्क जब तक आसमान में जान है”

आज हम 78वां यौम-ए-आज़ादी मना रहे हैं। ये वो दिन है, जब हमें हमारी मेहनत, हमारे बलिदान और हमारे जुनून का इनाम मिला। इस दिन को हम केवल एक तारीख के रूप में नहीं, बल्कि अपने जज़्बात के रूप में याद करते हैं। ये वो तारीख है, जब हम अपने पुरखों की कुर्बानियों को याद करते हुए, उनके अरमानों को पूरा करने का वादा करते हैं।

देश की खूबसूरती का बयान:
आज का ये हिंदुस्तान, एक गुलशन की तरह है, जिसमें हर रंग और हर मिज़ाज का फूल खिलता है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई – सब मिलकर इस वतन की तख़्त पर बैठे हैं। यही वो खूबसूरती है, जो हमारे मुल्क को सबसे अलग और सबसे प्यारा बनाती है। यहाँ के हर शहर में, हर गली में, हर दिल में, बस एक ही धुन सुनाई देती है – "हम हिंदुस्तानी हैं।”

आखिरी दुआ:

"अल्लाह से दुआ है कि हमारा ये मुल्क हमेशा आज़ाद रहे, और इसकी खूबसूरती और इसकी गंगा-जमुनी तहज़ीब को कोई आंच न पहुंचे। आमीन!”


..
 आज इस पाक मौके पर जब हम आज़ादी का जश्न मना रहे हैं, तो हमारे दिलों में एक नई उमंग और नया जोश देखने को मिल रहा है।

जब कोई पहली बार कुछ सीखता है, तो गलती करना एक आम बात है। हम सब जानते हैं कि यह बच्चे पहली बार इस मंच पर आ रहे हैं, और शायद उनसे कुछ गलतियां हो जाएं। लेकिन हमें उन्हें हिम्मत देनी चाहिए, उनकी कोशिशों को सराहना चाहिए।

जैसा, मैं शकीलुद्दीन अंसारी हमने बताया , ‘कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।’ हमने अपनी मेहनत और लगन से इन बच्चों को तैयार किया है। जब हम भी पैदा हुए थे, तो बोलना भी हमने वक्त लेकर सीखा था, और यही बच्चे भी अपनी मेहनत से एक दिन उस मुकाम पर पहुंचेंगे, जहां से उन्हें दूर-दूर तक याद रखा जाएगा।

आज अगर ये बच्चे डरते हैं, तो हमें उनके साथ खड़ा होना चाहिए, उनका हौसला बढ़ाना चाहिए। मैं,शकीलुद्दीन , हमने अलीगढ़ से जो चीजें सीखी थीं, वो आज हमारे सामने पेश कर रहे हैं। यही बच्चे भी आज यहां सीखेंगे और कल कहीं बाहर जाकर उन बातों को सिखाएंगे।

आइए, इन बच्चों की मेहनत और लगन को सलाम करते हैं और दुआ करते हैं कि आने वाले समय में यहां से जो भी बच्चे निकलेंगे, वो नाम रोशन करेंगे।

जैसे कि किसी शायर ने कहा है:

‘कदमों के निशां तकदीर बनाते हैं,
रास्तों की धूल से सितारे बनते हैं।
ख्वाबों के सफर में कभी ठहर मत जाना,
हर ठोकर से नए मंजिल के इशारे बनते हैं।’

आइए, इन बच्चों को अपने दिल से दुआएं दें और उनकी हौसला अफजाई करें। आपके प्यार और दुआओं के साथ, ये बच्चे भी एक दिन कामयाबी की बुलंदियों को छूएंगे।"

☘️1.अजमेर बानो,☘️

"बिस्मिल्लाह हिर रहमान निर रहीम।"

"अलहमदुलिल्लाह, आज इस खुशनुमा महफ़िल में एक ऐसी शख्सियत को दावत दी जा रही है, जो अपनी मासूमियत से हर दिल को जीत लेती है। उनकी नज़रों में नूर और लफ्ज़ों में मिठास है।"

"आपके सामने पेश करने जा रहे हैं उस मोतबर हस्ती को, जिनके कलाम में है इबादत की खुशबू और जज्बातों की ताजगी।"

"दिलो में मुहब्बत और अल्फाज़ में शेरो शायरी का जादू लेकर आ रही हैं, हमारी प्यारी बहन, अजमेर बानो।"

"तशरीफ लाएं अजमेर बानो, जो अपने अल्फाजों से हमारे दिलों को रौशन करेंगी।”


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☘️2.सवालिया और आलिया

मंच पर अगली तैयारी के लिए हम बुला रहे हैं उन दो कलियों को, जो अपने सुरों से हिंदुस्तान की खुशबू फैलाने आ रही हैं। आइए, स्वागत करते हैं सवालिया और आलिया का, जिनकी आवाज़ में बसता है देश का प्यार, और जिनके गीतों में झलकता है हर दिल की धड़कन। सुनिए इनकी आवाज़ को और शेरो-शायरी की नज़ाकत के साथ।"


"दिल में है प्यार, ज़ुबां पर हैं नग़में,
आज सवालिया और आलिया, सुरों से रंगेंगे ये सपने।”




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☘️3.शिफा हुसैन☘️



"आपकी तालियों की गूंज में हम दावत दे रहे हैं उस शख्सियत को, जिनके शब्दों में आज़ादी की जंग का जोश और जज़्बा है। वो जो अपने कलाम से हमारे दिलों में मोहब्बत-ए-वतन को और गहरा करने आ रही हैं। शेरों-शायरी की खूबसूरत चादर में लिपटे उनके अल्फ़ाज़ हमें उस दौर में ले जाएंगे, जब हमारी हिंदुस्तान की आज़ादी के लिए हर दिल धड़कता था।

"मोहब्बत वतन की शिद्दत से वो दिल में लिए आती हैं,
शिफा हुसैन अपने लफ्ज़ों से एक नई राह दिखाती हैं।"

आइए, ज़ोरदार तालियों से स्वागत करें, शिफा हुसैन का, जो हमें आज़ादी की लड़ाई के उन रंगीन और जोशीले पहलुओं से रूबरू करवाने आ रही हैं।”


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☘️4.सावेश रजा और हर्ष शर्मा☘️
कमेंट्री:
"मंच पर तशरीफ़ ला रहे हैं वो शख्सियत, जिनकी आवाज़ में है एक अलग ही शान, और जिनके गीतों में है वो मिठास, जो दिलों को छू जाए। मसर्रतों और मोहब्बतों का ये पैगाम, लेकर आ रहे हैं हमारे अपने सावेश रजा और हर्ष शर्मा उनके कुछ दोस्त जो साथ में यह हिंदुस्तानी गीत गाएंगे।
जिनकी शायरी से महफ़िल रोशन हो जाती है, और जिनके गीतों में है वो जादू, जो बरसों याद रहता है। आइए, उनका इस्तकबाल करें, सुनते हैं ये मशहूर नगमा जो हर दिल की धड़कन बन चुका है।

शेर:
"दिलों में उल्फतें सजाकर हम चले हैं,
मोहब्बतों की राह पे, रौशनी जलाकर हम चले हैं।
जहाँ में फैला देंगे पैगाम-ए-इश्क,
सावेश रजा के नगमों में वही नूर लेकर हम चले हैं।"

तशरीफ़ लाते हैं, सावेश रजा!”

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☘️5.इल्मा खान☘️

कमेंट्री:

अर्ज़ है,
वो दिन था वो जमाना था, जब चमन में खून बहाना था,
आज़ादी की जो बात हुई, तो हर दिल में एक चिंगारी थी छुपी।
आज हम उस आज़ादी के गुलशन में, इल्म की सुगंध को ले आए हैं,
जहां अपने मुल्क के वतन परस्तों की कुर्बानियों ने हमें सरफ़राज़ किया।

अब आप सबके सामने तशरीफ ला रही हैं, इल्म की चमकदार सितारा,
जनाब इल्मा खान साहिबा,
जो हमें याद दिलाएंगी उस दौर की बातें, जब आज़ादी का सूरज उग आया था।
[थोड़ा रुक कर, संजीदा अंदाज में]
आज हम उनके क़दमों के निशान पर चलते हुए,
आज़ादी के असली मायने समझने की कोशिश करेंगे।

तो मर्कज़ पर इस्तकबाल कीजिए, हमारी मुल्क की शान, इल्मा खान साहिबा का,
जो आज आपके सामने पेश करेंगी, यौम-ए-आज़ादी पर एक बेहतरीन तकरीर।



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☘️6.ताबिक खान☘️

अब मंच पर तशरीफ ला रहे हैं ताबिक खान, जिनकी जुबां से निकलने वाली शायरी हर दिल को छू लेती है। वो आज हमें हिंदुस्तान की मशहूर शायरी से नवाजेंगे। ताबिक खान का अंदाज ही कुछ ऐसा है कि उनके मुंह से हमेशा शेरो शायरी की खुशबू बिखरती रहती है। आइए, हम सब मिलकर उनका इस्तकबाल करें और उनकी बेहतरीन शायरी का लुत्फ उठाएं,

आज की इस पाक और मुबारक महफिल में हम आपको हिंदुस्तान की मशहूर शायरी से रूबरू करवाने जा रहे हैं। इस महफिल की रौनक बढ़ाने के लिए, मैं दावत देता हूँ जनाब ताबिक खान साहब को। ये वो शख्सियत हैं, जिनकी ज़ुबान से हर वक़्त सिर्फ शेरो शायरी ही निकलती है।
ज़ुबां पर लफ्ज़ हों पाक और दिल में हो वफा,
ये वो लोग हैं जो हर बात में रखते हैं खुदा से दुआ।'

तो आइए, ताबिक खान साहब को सुनते हैं और उनके शेरो शायरी के साथ अपने दिलों को पाकीज़ा करते हैं। जनाब ताबिक खान साहब, आपके मुबारक क़दमों से ये मंच रोशन फरमाएं!”



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☘️7.फिज़ा अंसारी☘️

"आज के इस खास मौके पर, जब हम आज़ादी के दीवानों को याद कर रहे हैं, तो हमारे बीच मौजूद हैं एक ऐसी छात्रा, जो हमें उन अनगिनत बलिदानों की याद दिलाने के लिए तैयार हैं। वो शायरी की मिठास में लिपटी, वो दास्तानें सुनाएंगी जो हमारे दिलों में आज भी ज़िंदा हैं।

शेर:

'हर एक कतरा था जिनका वतन के नाम,
वो शहीद हैं आज भी, वो हैं आज भी फरमान।'

तो आईए, स्वागत करें फिज़ा अंसारी का, जो हमें बताएंगी उन मुसलमानों की कुर्बानियों के बारे में, जिन्होंने खून की नदियां बहाईं, और उन औरतों के बारे में, जिन्होंने अपने खून-पसीने से आजादी की चट्टानें तराशी।

'पाकीज़ा था उनका मकसद, पाकीज़ा है उनका नाम,
हर दिल में बसी है आज़ादी की वो तमाम।'

फिज़ा अंसारी का मंच पर स्वागत है, 

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☘️8.अजमेर बानो और जासमीन,☘️
कमेंटेटर:
"ज़िन्दगी में कामयाबी की राहों पर चलने के लिए ज़रूरी है कि हम अपने वक्त का सही इस्तेमाल करें। पर आज की नई पीढ़ी सोशल मीडिया के जाल में फंसकर अपने कीमती वक्त को बर्बाद कर रही है।"

"इस मौजूदा समय में इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बच्चों के लिए पढ़ाई-लिखाई छोड़कर समय बर्बाद करने का एक साधन बनता जा रहा है। क्या है इसका सच, और कैसे इसका सही इस्तेमाल किया जाए? इसी पर रौशनी डालने के लिए आज मंच पर आ रही हैं दो होशियार और समझदार लड़कियां, जो हमें बताएंगी इंस्टाग्राम के फायदे और नुकसान।"

"तो पेश-ए-खिदमत हैं हमारी प्यारी बहनों, अजमेर बानो और जासमीन, जो अपने अल्फ़ाज़ों में, पाकिस्तानी अंदाज़ में हमें जागरूक करेंगी।"

(शायरी अंदाज़ में, अजमेर बानो के लिए):
"कहीं से रोशनी आएगी, कोई तारा टूटेगा,
ज़िन्दगी का हर पहलू अजमेर समझाएगी।
इंस्टाग्राम का सच है बड़ा गहरा,
सही और ग़लत का फर्क वो हम सबको दिखाएगी।"

(शायरी अंदाज़ में, जासमीन के लिए):
"हर गुलाब की खुशबू, जासमीन की बातें हैं,
हर लम्हा सीखने का सबक उसमें समाया है।
इंस्टाग्राम की दुनिया है रंगीन,
पर वो बताएगी कैसे ये राहें ज़िन्दगी की नहीं परछाई हैं।"

कमेंटेटर:
"तो चलिए, दिलों को खोलते हैं और अपनी नज़र से इस सोशल मीडिया के दौर को देखते हैं, जहां से हमें खुद की कामयाबी की तरफ बढ़ना है, न कि भटकना। अजमेर बानो और जासमीन, आपके सामने हैं!"



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9.☘️फैजान और अरबाज☘️

आज की ये रंगीन शाम कुछ खास है, क्योंकि हम बुलाने जा रहे हैं उन नौजवानों को, जिनके हौसले बुलंद हैं, पर रास्ता थोड़ा सा गलत है।

फैजान और अरबाज, दोनों ऐसे सितारे हैं जो बिना पढ़ाई के, बिना मेहनत के, खुद को बड़ा एक्टर समझ बैठे हैं। लेकिन हक़ीक़त ये है कि सिर्फ रील्स बनाने से कोई असली किरदार नहीं बनता।

जमाने को जो दिखाते हैं, खुद को बड़ा एक्टर बताते हैं,
मगर इरादों की कमी, और पढ़ाई से दूरी, न जाने किस मंज़िल तक ये जाते हैं।

इन दोनों से गुज़ारिश है कि अपनी जिंदगी की असली फिल्म में पढ़ाई का भी हिस्सा रखें, क्योंकि बिना पढ़ाई के, बिना मेहनत के कोई भी मंज़िल आसान नहीं होती।

अब मंच पर बुलाते हैं फैजान और अरबाज को, जो अपने अनुभव और विचारों से आज की जनरेशन को एक खास पैग़ाम देंगे।

ताज पहना है तो सिर को झुका कर रखो,
अदब सीख लो, इल्म से रिश्ता बना कर रखो।


'यारो, खुदा के वास्ते पढ़ाई पर ध्यान दो,
बर्बाद ना करो वक्त, जिंदगी को आसान करो।'

अब आप सबकी जोरदार तालियों के साथ, फैजान और अरबाज का स्वागत करते हैं!"*


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☘️ 10. फिजा अंसारी और इल्मा खान ☘️

"ज़माने की रफ्तार से जो कदम मिलाते नहीं,
वो क़िस्मत की राहों में मंज़िल पाते नहीं।
आज की पीढ़ी है, जो पढ़ाई से दूर जाती,
बेरोजगारी के अंधेरों में खुद को पाती।
लेकिन फिज़ा अंसारी और इल्मा खान ने आज ठानी है,
फ्री फायर के नक़्शों में जो खोए हैं, उन्हें राह दिखानी है।
 अंदाज़ में करेंगे ये बेमिसाल बयान,
इनका स्वागत है आज, बेमिसाल शेरो-शायरी के संग, फिज़ा अंसारी और इल्मा खान!”

"हमारा वक्त क़ीमती है, ये समझ लो दोस्तों,
फ्री फायर की आग में इसे मत जलाओ दोस्तों।
पढ़ाई की किताबों से बनाओ अपनी पहचान,
तभी मिलेगा जीवन में कामयाबी का मुकाम।
फिज़ा अंसारी और इल्मा खान आज करेंगे ये पैगाम,
सुनकर बदल जाएगा शायद सबका इंतज़ाम।”

आइए, हम फिजा अंसारी और इल्मा खान का तालियों के साथ स्वागत करें, जो हमें फ्री फायर के नुकसान और पढ़ाई-लिखाई की एहमियत के बारे में बताने वाले हैं!”
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☘️11.फराना बानो☘️
‘‘हर दिल में वतन की मोहब्बत का पैगाम है,
1857 और 1947 की कुर्बानियों की ये शाम है।
आज फराना बानो हमारे साथ आईं हैं,
उनके लफ़्ज़ों में बसी हमारे शहीदों की आवाज़ है।
वो बताएंगी हमें उन वीरों के नाम,
जिन्होंने दी थी वतन पर अपनी जान की दुआ।
आइए, स्वागत करें फराना बानो का,
जिनके लफ्ज़ों में छुपा है वतन का पैगाम।

ख़ुदा की रहमत से इस, मंच को सजाते हुए, आइये फराना बानो का इस्तकबाल करें।”

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कमेंट्री:
☘️12.शाहनवाज साहब☘️

"जब अल्फ़ाज़ में जादू हो और दिलों में जज़्बात,
शायरी जब बन जाए अंदाज़े-बयानात,
तो समझिए कि मंच पर आ रहे हैं वो,
जिनके लफ़्ज़ों में बसी है सच्चाई की बात।

दूर से आई है एक आवाज़,
जैसे हिंदुस्तान की हवा में बसी हो कोई साज़,
जो सुनता है, वो हो जाता है बेकरार,
और आज हम सबको करेंगें वो शेरो-शायरी से सरशार।

मंच पर बुलाते हैं, दिल से वेलकम करते हैं,
उन शख्सियत को, जिनके अल्फ़ाज़ों में है पूरा जहां।
तहे दिल से इज़्ज़त के साथ,
शाहनवाज का स्वागत करते हैं इस शायराना मंच पर,
जहां हर शेर में छिपा है एक हसीन सपना।”

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☘️13.☘️

अब्दुल मुत्तलिफ़ साहब से गुजारिश

"हमें मंच पर तशरीफ लाने वाले हैं वो शख्सियत, जिनकी बातों में इमान की रोशनी और लफ़्ज़ों में मोहब्बत का रंग होता है। जिनकी जुबान से निकलते हैं वो अल्फ़ाज़, जो दिलों को छू लेते हैं और यादों में बस जाते हैं। आज की इस पाकीज़ा महफिल में, जब हम अपनी आज़ादी की बात करेंगे, तो उनकी तहरीर में हमें वो हौंसला मिलेगा जो हमारे आबा-ओ-अजदाद ने 1947 में पाया था।

दिलों में बसा हर एक ख़्वाब था,
वो आज़ादी का एक प्यारा सा हिसाब था।
तारीख़ की इबारतों में सुनहरे हरफ से लिखा,
वो हमारे मुल्क का सबसे बड़ा इंसाफ था।

अब बुलाते हैं उस शख्स को,
जिसकी आवाज़ में है आज़ादी का जुनून।
अब्दुल मुत्तलिफ़ साहब से गुजारिश है,
कि अपने लफ़्ज़ों से करें रौशन यह महफिल का सुकून।

"वतन से मोहब्बत का ये जज़्बा दिखाते रहेंगे,
शहीदों की कुर्बानियों को याद दिलाते रहेंगे।
जिन्होंने दिया हमें यह प्यारा वतन आज़ाद,
उनकी राहों पर अब्दुल मुत्तलिफ़ हमें ले जाते रहेंगे।”


ख़्वाबों में रंग भरने आए हैं वो,
आज़ादी की रूह से हमें रूबरू करवाने आए हैं वो।”

तो लीजिए, एक बार ज़ोरदार तालियों के साथ इस्तकबाल कीजिए, जनाब अब्दुल मुत्तलिफ साहब का, जो अपने बेपनाह इल्म और हिन्दुस्तानी शायरी के अंदाज में हमें आजादी की राह दिखाने के लिए तशरीफ ला रहे हैं।”


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☘️Intzaar Khan 14☘️

ज़ुबां पर इबारतें सजाए, दिल में मुल्क का प्यार लिए,
आ रहे हैं इंतजार खान, इंग्लिश में देश का जज़्बा बयां किए।
अहद का वादा, वतन की मिट्टी से किया है इन्होंने,
ख़ुदा से दुआ है, हर कदम पर रहमत हो इनके साथ।”

"Please join me in welcoming our esteemed speaker, Intzaar Khan, who will enlighten us with his insights on [India]. As he graces the stage, let's remember the timeless words of poets who inspire us to love and cherish our homeland.”

It is with great pleasure and immense pride that we welcome Mr. Intezaar Khan to this stage today. As we gather to commemorate the historic occasion of India's Independence Day, there could be no better moment to hear from a person of his caliber, who stands as a beacon of knowledge and patriotism.

Mr. Intezaar Khan has always been a voice of reason and inspiration, embodying the spirit of our nation through his eloquence and profound understanding of our country's journey. Today, as he takes the stage, we are eager to listen to his reflections on the significance of the 15th of August – a day that marks not just our freedom, but the resilience, sacrifice, and unity of millions of Indians.

So, without further ado, please join me in giving a warm and heartfelt welcome to Mr. Intezaar Khan, as he enlightens us with his thoughts on this momentous day."




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"सभी को अस्सलामु अलैकुम! आज हम यहाँ एक ऐतिहासिक पल का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं—78वीं आज़ादी की सालगिरह पर। यह दिन हमें हमारे मुल्क की शान और हमारी स्वतंत्रता के संघर्ष की याद दिलाता है। हमारे पूर्वजों ने अपनी जान की क़ुरबानी दी, ताकि हम आज़ादी की सांस ले सकें। इस जश्न के मौके पर, हम सब मिलकर अपने वीरों की शहादत को याद करते हैं और उनके योगदान को आदब करते हैं। आज का दिन हमारे लिए एक नया आशा, एक नया विश्वास लेकर आया है। चलिए, इस खूबसूरत दिन को अपने हौसले और संकल्प के साथ मनाएं।”

ख़ुदा की राह में हर दर्द हमें हज़ार बार गवारा है,
इस ज़मीन पर हुकूमत हमारी आज़ादी की मिसाल है।
नफ़रतों की रात को हम ने जो चाँदनी बनाई,
वो आज़ादी का आलम हम अपने दिल में बसाए।

चाहे सहरा हो या दरिया की लहरें हों,
हमने सबको अपनी आज़ादी से गुलजार किया।
आज के दिन को हर दिल ने हर सांस में महसूस किया,
हमने मुल्क को आज़ादी की ओर बढ़ाया।”


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हमारे प्यारे उस्तादों से दरखास्त है कि बच्चों को ईमानदारी और सच्चाई से पढ़ाएं। जैसे हम हर परिस्थिति में खुद को आगे बढ़ाते हैं, उसी तरह आप भी शिक्षा के क्षेत्र में समय के अनुसार बदलाव लाएं। हमारे स्कूल के मालिक से भी अनुरोध है कि जैसे इंसान समय के साथ बदलता है, वैसे ही पढ़ाई में भी नवीनता लाएं। आज की नई तकनीक और विधियाँ अपनाकर, शिक्षा को और भी प्रभावी और उपयोगी बनाएं। हमें चाहिए कि स्कूल के अंदर चल रही नई चीजों को भी शामिल किया जाए ताकि हमारे बच्चे न केवल आज के समय के अनुरूप पढ़ाई करें, बल्कि भविष्य की चुनौतियों का भी सामना कर सकें।

ईमानदारी से शिक्षा: बच्चों को सच्चाई और ईमानदारी से पढ़ाना।
समय के अनुसार बदलाव: समय के हिसाब से पढ़ाई में बदलाव लाना।
नई तकनीक और नियम : नई तकनीकों और नियम को अपनाना।
भविष्य के लिए तैयारी: बच्चों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना।
स्कूल की नई पहल: स्कूल के अंदर चल रही नई चीजों को शामिल करना।

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सच्चाई की राह पर चलना सब पर फ़र्ज़ है, खासकर शिक्षा के क्षेत्र में। जब उस्ताद क्लास में आकर गप्पें मारते हैं और बच्चों का सिलेबस नहीं पढ़ाते, तो यह उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ होता है। गरीब घर के बच्चे जो उम्मीद लगाए बैठे हैं, उनका समय बर्बाद होता है।

उस्ताद की जिम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए मालिक को चाहिए कि:

खुद निगरानी रखें: हर महीने एक-दो बार क्लास में जाकर बच्चों की कॉपियाँ देखें, ताकि यह पता लग सके कि पढ़ाई सही तरीके से हो रही है या नहीं।
ईमानदारी से शिक्षा: फीस लेने के बाद मालिक की जिम्मेदारी है कि वे सुनिश्चित करें कि उस्ताद ईमानदारी से पढ़ाई करवा रहे हैं।


“किसी के घर में जो पढ़ाई का आलम दिखे,
उस्ताद की गप्पों से बच्चों का भविष्य धुंधला हो जाए।
मालिक की निगरानी से ईमानदारी की राह हो,
वरना ये मासूम बच्चे अपने सपनों को खोते जाएंगे।

मालिक को चाहिए कि शिक्षा की जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाएं, ताकि हर बच्चा अपनी पूरी क्षमता के साथ तरक्की कर सके।


"लिखने पढ़ने की शिक्षा हर मुसलमान पर फर्ज है।"
(हदीस: इब्न माजा)

"हज़रत मोहम्मद (स) ने फरमाया है: 'जो अपने बच्चे को अच्छा तालीम दे, वह उसकी बेहतरी के लिए काम करता है।'"
(हदीस: सही मुस्लिम)
 

The way to pray. प्रार्थना करने का तरीका. Shri Ashraf Ali Noori Islamia High secondary school Rarua श्री अशरफ अली नूरी इस्लामिया उच्च माध्यमिक विद्यालय ररूआ

The way to pray.
प्रार्थना
स्कूल मॉर्निंग असेंबली के लिए एंकरिंग स्क्रिप्ट
विश्राम
 सावधान 
विश्राम
सावधान 

अस्सलामु अलैकुम रहमतुल्लाही वबरकातुह"और बहुत बहुत गुड मॉर्निंग, प्यारे साथियों, आदरणीय अध्यापकों, और मेरे प्यारे भाइयों और बहनों। मेरा नाम अजमेर बानो है, और मुझे आज की यह मॉर्निंग असेंबली को संचालित करने का मौका मिला है। यह मेरे लिए बहुत ही इज्जत और फख्र की बात है।

तहे दिल से आप सभी को खुशामदीद करता हूँ।
आज की इस प्यारी सुबह में, हम सब मिलकर अपने दिन की शुरुआत करेंगे।
आइए, सबसे पहले हम सुनेंगे अल्लाह के पाक कलाम से कुछ आयतें। अब मैं आपसे गुजारिश करती हूँ कि कुरान की तिलावत ध्यान से सुने और अपने दिलों को अल्लाह की याद में लगाएं।
इसके लिए मैं बुलाना चाहूंगा कक्षा नवीं के छात्र, अब्दुल मुत्तलिफ को।”

बहुत-बहुत शुक्रिया अब्दुल मुत्तलिफ,अल्लाह पाक आपके इस अमल को कुबूल फरमाए।

… ..
प्रार्थना
अब हम सब मिलकर अपने स्कूल की प्रार्थना करेंगे। आप सभी अपने स्थान पर खड़े हो जाएं ,सभी छात्र अपनी आंखें बंद करें और पूरे दिल से प्रार्थना में शामिल हों।”
दया कर दान विद्या का….
.. 

परेड:

अब, हमारे स्कूल के छात्र एक शानदान परेड प्रस्तुत करेंगे। परेड हमें अनुशासन और एकता का संदेश देती है। तो, आइए इस परेड का आनंद लें और गर्व महसूस करें कि हम एक ऐसे देश के नागरिक हैं जो विविधता में एकता का प्रतीक है।
विश्राम
 सावधान 
विश्राम
सावधान 


नेशनल एंथम:

आखिर में, "अब, हम सब मिलकर अपने प्यारे मुल्क का 
राष्ट्रगान गाएंगे। सब बच्चे सम्मान के साथ खड़े हो जाएं और साथ में गाएं।”
…..जन-गण-मन अधिनायक जय हे…..जय जय जय जय हे।।

हिंदुस्तान जिंदाबाद ! हिंदुस्तान जिंदाबाद! 


क्लास में जाने की अनुमति:
(नेशनल एंथम के बाद)
"शुक्रिया आप सबका! अब आप अपनी-अपनी लाइन में बने रहें। इजाजत मिलते ही आप सभी अपनी क्लास में जाएंगे।



सबकी मदद और तवज्जोह का तहे दिल से शुक्रिया। अस्सलामु अलैकुम!”,










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Biography of Maulvi Ahmadullah Shah Faizabadi.
मौलवी अहमदउल्ला शाह 'फैजाबादी' एक ऐसे बहादुर शख्स थे जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जोरदार मुहिम चलाई और उन्हें मुश्किल हालात का सामना करवाया। जब वह किसी अभियान पर निकलते थे, तो उनके आगे-आगे डंका या नक्कारा बजता था, जिसकी वजह से उन्हें नक्कारशाह या डंकाशाह ‘फैजाबादी’ के नाम से भी जाना जाता था। उनकी बहादुरी का आलम यह था कि अंग्रेज उन्हें 'फौलादी शेर' कहकर पुकारते थे।
कृष्ण प्रताप सिंह, जो अवध के सांस्कृतिक इतिहास के माहिर हैं, बताते हैं कि उस दौर में अंग्रेज अवध की हिन्दू-मुस्लिम एकता को तोड़ने में नाकाम रहे और इसका सबसे ज्यादा श्रेय मौलवी अहमदउल्ला शाह को जाता है। उन्होंने रायबरेली के शंकरपुर के राणा वेणीमाधो सिंह के साथ मिलकर इस एकता की जड़ों को मजबूती से सींचा। मौलवी साहब की सूझ-बूझ का नतीजा था कि बगावत के न्यौते के तौर पर रोटी और कमल का फेरा लगवाया गया। बागियों की ओर से जो रोटियां गांवों और शहरों में भेजी जाती थीं, उन्हें खाने के बाद वैसी ही ताजा रोटियां बनाकर कमल के साथ दूसरे गांवों और शहरों को रवाना किया जाता था, जो बगावत का पैगाम होता था।
अंग्रेजों ने 1857 में मौलवी और उनके साथियों को हथियार डालने को कहा, लेकिन मौलवी ने इनकार कर दिया। अंग्रेजों ने उन्हें प्रलोभन भी दिया, मगर मौलवी झुके नहीं। आखिरकार, उनके खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए गए। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अवध की पुलिस ने मौलवी की गिरफ्तारी के आदेश मानने से इनकार कर दिया। फिर अंग्रेज फौज ने आकर 19 फरवरी 1857 को उन्हें गिरफ्तार किया, जंजीरों में बांधकर घुमाया और एक नाटक के बाद फांसी की सजा सुना दी।

लेकिन मौलवी की बहादुरी की कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। 8 जून 1857 को जब बगावत की आग फैजाबाद पहुंची, तो बहादुर जनता और बागी देसी फौज ने जेल पर हमला कर मौलवी को छुड़ा लिया। उन्होंने अपने इस प्रिय नेता को मुखिया चुना और फैजाबाद को अंग्रेजों से आजाद करवा कर राजा मान सिंह को वहां का शासक बनाया। उनकी सोच हमेशा हिन्दू-मुस्लिम एकता की रही, और इसी सोच ने उन्हें सच्चा नेता बनाया।

इसके बाद, मौलवी ने आगरा और अवध प्रांत में घूम-घूमकर क्रांति की ज्वाला भड़काई। लखनऊ के रेजीडेंसी के घेरे और चिनहट की लड़ाई में उन्होंने जिस कुशलता का परिचय दिया, उसे देखकर इतिहासकारों ने लिखा कि लखनऊ नगर के अंदर क्रांति के सबसे योग्य नेता वही थे। मौलवी ने कमजोर पड़ते बागियों को छापामार लड़ाई की रणनीति अपनाने का मशवरा दिया और अंग्रेजों के खिलाफ डटे रहे। 15 जनवरी 1858 को गोली से घायल होने के बावजूद उनका मनोबल नहीं टूटा और वह लगातार लड़ते रहे।

आखिरकार, अंग्रेजों ने उनके सिर की कीमत पचास हजार रुपये रख दी। शाहजहांपुर के पुवायां रियासत के एक विश्वासघाती राजा के भाई ने इसी लालच में 15 जून 1858 को मौलवी को धोखे से गोली मार दी। मौलवी उस राजा से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में मदद मांगने गए थे। उस विश्वासघाती ने मौलवी का सिर काटकर शाहजहांपुर के कलेक्टर को सौंप दिया। कलेक्टर ने मौलवी के सिर को शाहजहांपुर कोतवाली के फाटक पर लटकवा दिया। मगर कुछ देशभक्तों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए उनके सिर को वहां से उतारा और पास के लोधीपुर गांव के किनारे पर पूरे सम्मान के साथ दफन कर दिया।
मौलवी अहमदउल्ला शाह ‘फैजाबादी’ की यह बहादुरी और देशभक्ति की कहानी आने वाली नस्लों के लिए मिसाल बनकर रह गई।
बाजुओं में जो दम है, वो दिखा देंगे ज़माने को,
सिर कटे भी तो कदमों में न झुकने पाए ये शेर,
इक अजीम मकसद के लिए दिल में जो आग है,
वो बुझाने को तरसेंगे ये फिरंगी के शैतान!”


दिल में हिंद का जुनून, हाथों में शमशीर,
जंग-ए-आज़ादी में हम बन गए थे तस्वीर,
कोई तोप से लड़े, कोई तलवार से लड़ा,
हमारा मौलवी लड़ा इश्क-ए-वतन के उसूलों से।”

फौलाद के थे जो, वो आसानी से नहीं झुके,
न हार मानी, न कभी सर को झुकाया,
जब तलवार भी चूम न सकी उनके जिस्म को,
तो क़ौम के लिए खुदा के नाम पर जान लुटाया।”



"फैजाबाद की धरती ने वो मंजर देखा,
जहां हर दिल में मौलवी की धड़कन बसी थी,
हिन्दू-मुस्लिम एकता की जो मिसाल कायम की,
वो आज भी इतिहास के पन्नों में जिंदा है।”


"ज़ख्मी था बदन, पर हौसला बुलंद था,
हर एक वार में इंकलाब की आग थी,
शहादत को गले लगाकर भी,
मौलवी ने दास्तां लिख दी उस दौर की।”


"दगाबाजों ने खेला खेल,
पर मौलवी का हौसला न डगमगाया,
सर लटका तो सही, पर इज़्ज़त से दफन हुआ,
मुल्क के लिए जो जान लुटाया।”

शकीलउद्दीन अंसारी 












Some examples of Advanced English and Basic English


यहां कुछ शब्दों के सादा और उन्नत रूपों का विवरण है:

Very hot
सादा हिंदी: बहुत गरम
उन्नत हिंदी: बेहद गर्म
सादा अंग्रेजी: Very hot
Advance उन्नत अंग्रेजी: Blistering

Very cold
सादा हिंदी: बहुत ठंडा
उन्नत हिंदी: आर्कटिक
सादा अंग्रेजी: Very cold
Advance उन्नत अंग्रेजी: Arctic

Very angry
सादा हिंदी: बहुत गुस्सा
उन्नत हिंदी: अत्यंत क्रोधित
सादा अंग्रेजी: Very angry
Advance उन्नत अंग्रेजी: Enraged

Very happy
सादा हिंदी: बहुत खुश
उन्नत हिंदी: अत्यंत प्रसन्न
सादा अंग्रेजी: Very happy
Advance उन्नत अंग्रेजी: Ecstatic



Very sad
सादा हिंदी: बहुत दुखी
उन्नत हिंदी: अत्यंत उदास
सादा अंग्रेजी: Very sad
Advance उन्नत अंग्रेजी: Gloomy

Very energetic
सादा हिंदी: बहुत उत्साही
उन्नत हिंदी: बहुत सक्रिय
सादा अंग्रेजी: Very energetic
उन्नत अंग्रेजी: Spry

Very tired
सादा हिंदी: बहुत थका हुआ
उन्नत हिंदी: बेहद थका हुआ
सादा अंग्रेजी: Very tired
Advance उन्नत अंग्रेजी: Flagged
अगर आपको किसी अन्य शब्द का सादा और उन्नत रूप जानना है, तो बताएं!


Normal: "Let's meet today."
 Hindi: "चलो आज मिलते हैं।"
English: "Let's meet today."
Advanced: "Let's catch up today."

Normal: "I'm very hungry."
 Hindi: "मैं बहुत भूखा हूँ।"
English: "I'm very hungry."
Advanced: "I'm starving."

Normal: "I'm eating food."
 हिंदी: "मैं खाना खा रहा हूँ।"
English: "I’m having a meal."
Advanced: "I’m enjoying a delightful meal."



Basic:

Need: I need a book.
 हिंदी: मुझे एक किताब की ज़रूरत है।
English: I need a book.
Advance: I require a book.
Use: I use a pen to write.

 हिंदी: मैं लिखने के लिए पेन का इस्तेमाल करता हूँ।
English: I use a pen to write.
Advance: I utilize a pen to write.

Job: She has a job as a teacher.
 हिंदी: उसके पास एक शिक्षक की नौकरी है।
English: She has a job as a teacher.
Advance: She holds an occupation as a teacher.

Ask: I will ask him for help.
 हिंदी: मैं उसकी मदद के लिए पूछूंगा।
English: I will ask him for help.
Advance: I will inquire about his assistance.



Adversity
Basic English: Hardship
Hindi: कठिनाई

Aplomb
Basic English: Confidence
Hindi: आत्मविश्वास

Cacophony
Basic English: Harsh sound
Hindi: कर्कश ध्वनि

Cryptic
Basic English: Mysterious
Hindi: रहस्यमय

Eloquent
Basic English: Expressive
Hindi: प्रभावशाली

Exquisite
Basic English: Beautiful
Hindi: सुंदर

Formidable
Basic English: Intimidating
Hindi: डराने वाला

Gregarious
Basic English: Sociable
Hindi: मिलनसार

Impetuous
Basic English: Impulsive
Hindi: आवेगपूर्ण

Luminous
Basic English: Bright
Hindi: चमकदार

Magnanimous
Basic English: Generous
Hindi: उदार

Nefarious
Basic English: Evil
Hindi: दुष्ट

Obsolete
Basic English: Outdated
Hindi: अप्रचलित

Perplexing
Basic English: Confusing
Hindi: उलझाने वाला

Quintessential
Basic English: Perfect example
Hindi: आदर्श उदाहरण

Reverberate
Basic English: Echo
Hindi: गूंजना

Serendipity
Basic English: Chance discovery
Hindi: संयोग

Taciturn
Basic English: Reserved
Hindi: संकोचशील

Ubiquitous
Basic English: Everywhere
Hindi: सर्वव्यापी

Venerable
Basic English: Respected
Hindi: प्रतिष्ठित

Whimsical
Basic English: Playful
Hindi: कल्पनाशील

Zealous
Basic English: Passionate
Hindi: उत्साही

Adept
Basic English: Skilled
Hindi: कुशल

Belligerent
Basic English: Aggressive
Hindi: आक्रामक

Cordial
Basic English: Warm
Hindi: स्नेहपूर्ण

Diligent
Basic English: Hardworking
Hindi: मेहनती

Enigmatic
Basic English: Mysterious
Hindi: रहस्यमय

Frivolous
Basic English: Silly
Hindi: हल्का-फुल्का

Hesitant
Basic English: Uncertain
Hindi: हिचकिचाता

Immaculate
Basic English: Perfect
Hindi: निर्दोष

Juxtapose
Basic English: Compare side by side
Hindi: समांतर रखना

Keen
Basic English: Sharp
Hindi: तीव्र

Lethargic
Basic English: Sluggish
Hindi: सुस्त

Mundane
Basic English: Ordinary
Hindi: सामान्य

Nurture
Basic English: Care for
Hindi: पोषण

Opaque
Basic English: Not transparent
Hindi: अपारदर्शी

Pragmatic
Basic English: Practical
Hindi: व्यावहारिक

Reclusive
Basic English: Isolated
Hindi: एकांतवास

Sanguine
Basic English: Optimistic
Hindi: आशावादी

Tangible
Basic English: Touchable
Hindi: स्पर्शनीय

Unfathomable
Basic English: Incomprehensible
Hindi: अनकहा

Vivacious
Basic English: Lively
Hindi: चंचल

Wary
Basic English: Cautious
Hindi: सतर्क

Xenophobic
Basic English: Fearful of strangers
Hindi: बाहरी लोगों से डरने वाला

Yearn
Basic English: Desire
Hindi: लालसा

Zeal
Basic English: Enthusiasm
Hindi: उत्साह

Aesthetic
Basic English: Related to beauty
Hindi: सौंदर्य संबंधी

Benevolent
Basic English: Kind
Hindi: दयालु

Candid
Basic English: Honest
Hindi: ईमानदार

Detrimental
Basic English: Harmful
Hindi: हानिकारक


यहाँ 50 इंग्लिश शब्दों की सूची है, उनके आसान हिंदी में तर्जुमा के साथ:

Accomplish - पूरा करना
Accurate - सही
Achieve - प्राप्त करना
Acknowledge - स्वीकार करना
Advance - उन्नति
Aid - सहायता
Appropriate - उचित
Assist - मदद करना
Benevolent - दयालु
Beneficial - लाभकारी
Brilliant - चमकदार
Captivate - आकर्षित करना
Challenge - चुनौती
Comprehend - समझना
Contribute - योगदान देना
Convince - मनाना
Create - बनाना
Definite - स्पष्ट
Delightful - सुखद
Diligent - मेहनती
Effective - प्रभावी
Efficient - कुशल
Enhance - बढ़ाना
Evaluate - मूल्यांकन करना
Examine - जांचना
Exemplary - आदर्श
Fascinating - रोचक
Flexible - लचीला
Generous - उदार
Genuine - असली
Innovate - नवाचार करना
Inspire - प्रेरित करना
Intelligent - बुद्धिमान
Manage - प्रबंधित करना
Motivate - प्रेरित करना
Negotiate - बातचीत करना
Obtain - प्राप्त करना
Organize - व्यवस्थित करना
Participate - भाग लेना
Positive - सकारात्मक
Precise - सटीक
Reliable - विश्वसनीय
Resilient - सहनशील
Significant - महत्वपूर्ण
Strategy - रणनीति
Succeed - सफल होना
Sufficient - पर्याप्त
Support - समर्थन
Unique - अनूठा
Value - मूल्य



ब्रिटिश इंग्लिश और अमेरिकन इंग्लिश में कुछ शब्दों का अलग-अलग उच्चारण और स्पेलिंग होती है। यहाँ कुछ प्रमुख उदाहरण हैं:

ब्रिटिश इंग्लिश: Lorry
अमेरिकन इंग्लिश: Truck
तर्जुमा: ट्रक

ब्रिटिश इंग्लिश: Biscuit
अमेरिकन इंग्लिश: Cookie
तर्जुमा: बिस्किट

ब्रिटिश इंग्लिश: Boot (of a car)
अमेरिकन इंग्लिश: Trunk (of a car)
तर्जुमा: कार का ट्रंक

ब्रिटिश इंग्लिश: Holiday
अमेरिकन इंग्लिश: Vacation
तर्जुमा: छुट्टी

ब्रिटिश इंग्लिश: Rubbish
अमेरिकन इंग्लिश: Trash
तर्जुमा: कचरा

ब्रिटिश इंग्लिश: Flat
अमेरिकन इंग्लिश: Apartment
तर्जुमा: अपार्टमेंट

ब्रिटिश इंग्लिश: Petrol
अमेरिकन इंग्लिश: Gasoline 


हिंदी में ऐसे कई शब्द हैं जो अंग्रेजी से लिए गए हैं और आमतौर पर भारतीय हिंदी में उपयोग होते हैं। कुछ प्रमुख उदाहरण हैं:

ऑफिस (Office)
बिजनेस (Business)
टेलीफोन (Telephone)
सिस्टम (System)
कंप्यूटर (Computer)
टीवी (TV)
पैसे (Money)
स्पोर्ट्स (Sports)
इंटरनेट (Internet)
बैंक (Bank)
ये शब्द अंग्रेजी से सीधे हिंदी में आए हैं और सामान्य बातचीत में काफी प्रचलित हैं।


कुछ अंग्रेजी शब्द हैं जो हिंदी से लिए गए हैं:
Shampoo - शैम्पू
Pajamas - पजामा
Cheetah - चीता
Jungle - जंगल
Bungalow - बंगला
Loot - लूट
Khaki - खाकी
Bandana - बैंडना
Curry - करी
Tandoori - तंदूरी
ये शब्द हिंदी से अंग्रेजी में गए हैं और सामान्य रूप से अंग्रेजी में भी उपयोग किए जाते हैं।





फारसी शब्दों का हिंदी में काफी व्यापक उपयोग हुआ है, खासकर साहित्य, कला, और संस्कृति के क्षेत्रों में। यहाँ कुछ प्रमुख फारसी शब्द हैं जो हिंदी में आमतौर पर उपयोग किए जाते हैं:

अदब (Adab) - साहित्य, शिष्टाचार
अल्बम (Album) - संग्रह, विशेष चित्रों या संगीत की एक कड़ी
अवधि (Avadhi) - समय की अवधि
बाज़ार (Bazaar) - बाजार
दवाखाना (Dawakhana) - अस्पताल, चिकित्सा केंद्र
खजाना (Khazana) - धन, अमूल्य वस्तुएँ
मकान (Makan) - घर, भवन
मुलाकात (Mulakat) - बैठक, मुलाकात
सफर (Safar) - यात्रा
शेर (Sher) - कविता की एक पंक्ति, या एक जानवर
ये शब्द हिंदी में इतने घुलमिल गए हैं कि इनके मूल फारसी रूप अक्सर याद नहीं रहते।

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Here are 150 verbs in Basic English and their Advanced English equivalents, along with translations in Hindi:

Ask - Inquire - पूछना (Poochna)
Buy - Purchase - खरीदना (Kharidna)
Help - Assist - मदद करना (Madad Karna)
Give - Provide - देना (Dena)
Find - Locate - ढूंढना (Dhoondna)
Get - Obtain - प्राप्त करना (Prapt Karna)
Make - Create - बनाना (Banana)
Show - Demonstrate - दिखाना (Dikhana)
Talk - Communicate - बात करना (Baat Karna)
Tell - Inform - बताना (Batana)
Think - Consider - सोचना (Sochna)
Like - Prefer - पसंद करना (Pasand Karna)
Move - Transfer - स्थानांतरित करना (Sthanantarit Karna)
See - Observe - देखना (Dekhna)
Sit - Perch - बैठना (Baithna)
Sleep - Rest - सोना (Sona)
Read - Examine - पढ़ना (Padhna)
Write - Compose - लिखना (Likhna)
Ask - Question - सवाल करना (Sawal Karna)
Eat - Consume - खाना (Khana)
Drink - Sip - पीना (Peena)
Play - Participate - खेलना (Khelna)
Run - Sprint - दौड़ना (Daudna)
Walk - Stroll - चलना (Chalna)
Work - Labor - काम करना (Kaam Karna)
Sing - Chant - गाना (Gana)
Dance - Revel - नाचना (Nachna)
Speak - Articulate - बोलना (Bolna)
Listen - Hear - सुनना (Sunna)
Drive - Operate - चलाना (Chalana)
Cook - Prepare - पकाना (Pakana)
Buy - Procure - खरीदना (Kharidna)
Sell - Trade - बेचना (Bechna)
Teach - Educate - सिखाना (Sikhana)
Learn - Acquire - सीखना (Seekhna)
Search - Explore - खोज करना (Khoj Karna)
Fix - Repair - मरम्मत करना (Marammat Karna)
Break - Shatter - तोड़ना (Todna)
Build - Construct - बनाना (Banana)
Destroy - Demolish - नष्ट करना (Nasht Karna)
Choose - Select - चुनना (Chunna)
Change - Alter - बदलना (Badalna)
Prepare - Organize - तैयार करना (Tayyar Karna)
Send - Dispatch - भेजना (Bhejna)
Receive - Obtain - प्राप्त करना (Prapt Karna)
Reduce - Diminish - घटाना (Ghatana)
Increase - Augment - बढ़ाना (Badhana)
Discuss - Debate - चर्चा करना (Charcha Karna)
Agree - Concur - सहमत होना (Sahmat Hona)
Disagree - Contradict - असहमत होना (Asahmat Hona)
Go - Proceed - जाना (Jaana)
Get - Acquire - प्राप्त करना (Prapt Karna)
Do - Perform - करना (Karna)
Say - Articulate - कहना (Kehna)
Make - Create - बनाना (Banana)
Take - Obtain - लेना (Lena)
See - Observe - देखना (Dekhna)
Come - Arrive - आना (Aana)
Know - Understand - जानना (Janna)
Use - Utilize - उपयोग करना (Upyog Karna)
Find - Discover - खोज करना (Khoj Karna)
Want - Desire - चाहना (Chahna)
Give - Provide - देना (Dena)
Work - Operate - काम करना (Kaam Karna)
Talk - Discuss - बात करना (Baat Karna)
Tell - Inform - बताना (Batana)
Try - Attempt - प्रयास करना (Prayas Karna)
Ask - Inquire - पूछना (Poochna)
Feel - Experience - महसूस करना (Mahsoos Karna)
Leave - Depart - छोड़ना (Chhodna)
Call - Summon - बुलाना (Bulana)
Look - Gaze - देखना (Dekhna)
Show - Demonstrate - दिखाना (Dikhana)
Play - Participate - खेलना (Khelna)
Start - Initiate - शुरू करना (Shuru Karna)
Stop - Cease - रोकना (Rokna)
Move - Shift - हिलाना (Hilaana)
Try - Endeavor - प्रयास करना (Prayas Karna)
Read - Peruse - पढ़ना (Padhna)
Write - Compose - लिखना (Likhna)
Eat - Consume - खाना (Khana)
Drink - Savor - पीना (Peena)
Sleep - Rest - सोना (Sona)
Sit - Recline - बैठना (Baithna)
Stand - Rise - खड़ा होना (Khada Hona)
Buy - Purchase - खरीदना (Kharidna)
Sell - Vend - बेचना (Bechna)
Learn - Study - सीखना (Seekhna)
Teach - Educate - सिखाना (Sikhana)
Build - Construct - बनाना (Banana)
Fix - Repair - मरम्मत करना (Marammat Karna)
Break - Shatter - तोड़ना (Todna)
Cut - Slice - काटना (Kaatna)
Add - Augment - जोड़ना (Jodna)
Subtract - Deduct - घटाना (Ghatana)
Win - Triumph - जीतना (Jeetna)
Lose - Fail - हारना (Harna)
Help - Assist - मदद करना (Madad Karna)
Hurt - Injure - चोट पहुँचाना (Chot Pahunchana)
Smile - Grin - मुस्कुराना (Muskurana)
Cry - Weep - रोना (Rona)
Laugh - Chuckle - हँसना (Hansa)
Sing - Chant - गाना (Gana)
Dance - Revel - नाचना (Nachna)
Drive - Operate - चलाना (Chalana)
Fly - Soar - उड़ना (Udna)
Swim - Float - तैरना (Tairna)
Run - Sprint - दौड़ना (Daudna)
Walk - Stroll - चलना (Chalna)
Meet - Encounter - मिलना (Milna)
See - Behold - देखना (Dekhna)
Hear - Listen - सुनना (Sunnna)
Smell - Scent - सूंघना (Soonghna)
Touch - Feel - छूना (Chhona)
Understand - Comprehend - समझना (Samajhna)
Remember - Recall - याद रखना (Yaad Rakhna)
Forget - Neglect - भूलना (Bhulna)
Decide - Determine - निर्णय लेना (Nirnay Lena)
Choose - Select - चुनना (Chunna)
Explain - Elucidate - समझाना (Samjhana)
Argue - Contend - बहस करना (Bahas Karna)
Agree - Consent - सहमत होना (Sahamath Hona)
Disagree - Oppose - असहमत होना (Asahamath Hona)
Laugh - Giggle - हँसना (Hansa)
Cry - Sob - रोना (Rona)
Jump - Leap - कूदना (Koodna)
Skip - Hurdle - कूदना (Koodna)
Climb - Ascend - चढ़ना (Chadhna)
Descend - Go Down - उतरना (Utarna)
Buy - Acquisition - खरीदना (Kharidna)
Sell - Trade - बेचना (Bechna)
Borrow - Lend - उधार लेना (Udhaar Lena)
Lend - Grant - उधार देना (Udhaar Dena)
Steal - Rob - चुराना (Churana)
Hide - Conceal - छुपाना (Chhupana)
Show - Exhibit - दिखाना (Dikhana)
Trust - Confide - विश्वास करना (Vishwas Karna)
Doubt - Suspect - संदेह करना (Sandeh Karna)
Repair - Fix - मरम्मत करना (Marammat Karna)
Destroy - Annihilate - नष्ट करना (Nasht Karna)
Create - Generate - उत्पन्न करना (Utapann Karna)
Form - Establish - गठन करना (Gathan Karna)
Expand - Enlarge - विस्तार करना (Vistar Karna)
Contract - Shrink - संकुचित करना (Sankuchit Karna)
Adopt - Embrace - अपनाना (Apnana)
Reject - Dismiss - अस्वीकार करना (Asweekar Karna)
Survive - Endure - जीवित रहना (Jeevit Rahna)
Fail - Collapse - विफल होना (Vifal Hona)
Succeed - Achieve - सफल होना (Safal Hona)
Inspire - Motivate - प्रेरित करना (Prerit Karna)



















Ambigram अम्बीग्रैम vs Palindrome (पैलेड्रोम)


English Definition:
An ambigram is a type of word art that is designed to be read in multiple ways. Most commonly, an ambigram can be read the same way when rotated 180 degrees or mirrored. It’s a visual representation where the word or phrase retains its readability and meaning under different orientations.

 हिंदी में डेफिनेशन:
एक अम्बीग्रैम एक तरह की शब्द कला होती है जिसे अलग-अलग तरीकों से पढ़ा जा सकता है। आमतौर पर, एक अम्बीग्रैम को 180 डिग्री घुमाने पर या आईने में देखने पर भी पढ़ा जा सकता है। यह एक दृश्य प्रतिनिधित्व है जिसमें शब्द या वाक्य विभिन्न कोणों में पढ़े जाने पर अपनी पठनीयता और अर्थ बनाए रखते हैं।

Examples:
"NOON" - When rotated 180 degrees, it still reads as "NOON".
"SWIMS" - When viewed in a mirror, it still reads as "SWIMS".

These examples show how ambigrams can maintain their readability through various transformations.
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Palindrome (पैलेड्रोम) एक ऐसा शब्द, वाक्य, संख्या या अनुक्रम होता है जो विपरीत दिशा से भी पढ़ने पर वही रहता है। इसका मतलब है कि इसका उल्टा भी वही होता है, जैसे कि "मलयालम" एक पालिंड्रोम है क्योंकि इसे उल्टा पढ़ने पर भी "मलयालम" ही होता है।

डेफिनेशन:
 हिंदी में: Palindrome (पैलेड्रोम) वह शब्द, वाक्य या अनुक्रम है जो उल्टा पढ़ने पर भी वही रहता है। जैसे "नयन" या "दीदी" पालिंड्रोम के उदाहरण हैं।

English: A palindrome is a word, phrase, number, or other sequences of characters that reads the same forward and backward (ignoring spaces, punctuation, and capitalization). For example, the word "radar" is a palindrome because it reads the same in both directions.

उदाहरण:
 हिंदी में:
"नयन"
"दीदी"
"मलयालम"
English:
"radar"
"level"
"madam"
civic
Refer
Deified
Repaper
Kayak
Rotator
Racecar

 
Examples:
मलयालम (Malayalam)
नयन (Nayan)
कक (Kak)
सास (Saas)
सपस (Saps)
रेनर (Rener)
 (Madam)
दाद (Dad)
दीदी (Didi)

















Severance


Severance in English grammar refers to the act of cutting off, dividing, or breaking something into separate parts. This could relate to splitting sentences, phrases, or words for clarity or grammatical structure.

 Hindi Explanation ( हिंदी में समझाया): Severance का मतलब होता है किसी चीज़ को काटना या तोड़ना, खास तौर पर जब हम जुमलों (sentences), अल्फ़ाज़ (words), या जुज़ (phrases) को अलग करते हैं ताके हमें सही समझ आए। जैसे अंग्रेज़ी पढ़ते वक्त एक लंबा जुमला होता है, तो उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट के पढ़ा जाता है, ताकि सही मफ़हूम निकल सके।

English Definition: Severance in English grammar means breaking down or separating sentences, phrases, or words for better clarity or structure. It is often used to split long sentences into smaller parts, making it easier to understand.

"Severance" का मतलब अंग्रेजी में किसी चीज को अलग करना या काट देना होता है, और इसे हिंदी में "विच्छेद" कहा जा सकता है। इसे अंग्रेजी व्याकरण में तब इस्तेमाल किया जाता है जब हम किसी शब्द को टुकड़ों में विभाजित करते हैं या किसी शब्द के पार्ट्स को अलग-अलग करके समझते हैं।

उदाहरण के तौर पर:

Compound Words (संयुक्त शब्द): जैसे "Sunflower" को "Sun" और "Flower" में बांट सकते हैं।

"Sun" का मतलब सूरज और "Flower" का मतलब फूल। इस प्रकार "Sunflower" का मतलब सूरजमुखी होता है।
Prefixes and Suffixes (उपसर्ग और प्रत्यय): जैसे "unhappiness" को "un-" (Prefix) और "happiness" में विभाजित किया जाता है।
Breakfast (Break + Fast) - नाश्ता
Sunlight (Sun + Light) - धूप
Bookshelf (Book + Shelf) - किताबों की अलमारी
Waterfall (Water + Fall) - जलप्रपात
Football (Foot + Ball) - फुटबॉल
Raincoat (Rain + Coat) - बरसाती
Classroom (Class + Room) - कक्षा-कक्ष
Toothpaste (Tooth + Paste) - टूथपेस्ट (मंजन)
Snowman (Snow + Man) - बर्फ का आदमी
Haircut (Hair + Cut) - बाल कटवाना

"un-" का मतलब होता है "नहीं" या "बिना," और "happiness" का मतलब खुशी। तो "unhappiness" का मतलब हो गया "खुशी की अनुपस्थिति।"
Root Words (मूल शब्द): "Disconnect" शब्द को "dis-" और "connect" में विभाजित किया जाता है।
Root Word: "Bio" (जीवन से संबंधित)

Example: "Biology" (जीवविज्ञान)
हिंदी: "जीवों का अध्ययन"
Root Word: "Chron" (समय से संबंधित)

Example: "Chronology" (कालक्रम)
हिंदी: "घटनाओं का समयानुसार क्रम"
Root Word: "Graph" (लिखने से संबंधित)

Example: "Autograph" (हस्ताक्षर)
हिंदी: "स्वहस्ताक्षर"
Root Word: "Therm" (तापमान से संबंधित)

Example: "Thermometer" (थर्मामीटर)
हिंदी: "तापमान मापक"


"dis-" का मतलब होता है "अलग करना" और "connect" का मतलब होता है "जोड़ना।" तो "disconnect" का मतलब होता है "अलग करना" या "संबंध तोड़ना।"
इस तरह से अंग्रेजी के शब्दों को टुकड़ों में बांटकर समझने की प्रक्रिया को "severance" कह सकते हैं।


Shakeeluddin 











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Shakil Ansari