> “अगर मैं रोज़ बस आधा या एक घंटा पढ़ लूँ, तो क्या मैं डॉक्टर बन सकता हूँ?”
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### 🌙 **पहला नुक्ता: सोच अच्छी है, मगर मेहनत ज़रूरी है**
**लफ़्ज़ में:**
> *"Dua ke saath dawa bhi ज़रूरी hoti hai."*
**मतलब:**
अल्लाह तआला सिर्फ़ उसी की मदद करते हैं जो **मेहनत** करता है।
कुरआन में अल्लाह फ़रमाता है (सूरह नज्म 39):
> “इन्सान के लिए वही है, जिसके लिए वह कोशिश करता है।”
यानि अगर कोई बच्चा बस आधा या एक घंटा पढ़े और बाकी वक्त mobile, chatting या सोने में गुज़ार दे —
तो यह उम्मीद करना कि Allah उसे *Government MBBS seat* दे देंगे, **ग़ैर-वाक़ेअ़त पसंद (unrealistic)** सोच है।
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### 📘 **दूसरा नुक्ता: NEET इम्तेहान का तर्क (Logic)**
**NEET का competition** बहुत सख्त होता है —
हर साल **20–25 लाख students** form भरते हैं,
और **sirf 80–90 हज़ार seats** होती हैं।
अब सोचो —
अगर हर 20 students में से सिर्फ़ 1 को seat मिले,
तो क्या वो एक घंटा पढ़ने वाला चुना जाएगा या 8–10 घंटे पढ़ने वाला?
⏱️ **Jawab साफ़ है:**
Allah इंसाफ़ करने वाला है —
वो उसी को सफलता देता है जिसने मेहनत, लगन और सब्र से पढ़ाई की हो।
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### 🧠 **तीसरा नुक्ता: Logical सवाल जो खुद से पूछो**
> ❓ *अगर मैं दिन का 1 घंटा पढ़ता हूँ, तो बाकी 23 घंटे कौन पढ़ रहा है मेरे लिए?*
> ❓ *अगर मैं डॉक्टर बन जाऊँ, तो क्या मैं आधा घंटे की पढ़ाई से किसी मरीज़ की जान बचा पाऊँगा?*
> ❓ *क्या मैं उस हक़ के क़ाबिल हूँ जो एक सच्चे मेहनती डॉक्टर को मिलना चाहिए?*
इन सवालों के जवाब अगर ईमानदारी से दो, तो खुद समझ आ जाएगा कि
**आधा घंटा NEET के लिए काफी नहीं है।**
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### 🕰️ **चौथा नुक्ता: कितना वक्त देना चाहिए NEET के लिए**
📍 **अगर कोई 11वीं या 12वीं में है:**
कम से कम **6 से 8 घंटे रोज़** पढ़ना चाहिए —
जिसमें theory, MCQ practice और revision शामिल हो।
📍 **अगर drop year है:**
तो रोज़ाना **10–12 घंटे** focus से पढ़ाई करना चाहिए —
लेकिन बीच-बीच में छोटे breaks लेने चाहिए ताकि दिमाग़ fresh रहे।
📍 **अल्लाह पर भरोसा और दुआ भी ज़रूरी है:**
हर दिन पढ़ने से पहले “**Bismillah**” और पढ़ाई के बाद “**Alhamdulillah**” कहो।
इससे दिल को तसल्ली भी मिलेगी और मेहनत में बरकत भी होगी।
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### 💬 **ररूआ अंदाज़ में नसीहत:**
> “बेटा, अल्लाह तआला सिर्फ़ उन्हीं को कामयाबी देता है जो अपनी कोहशिश में सच्चे होते हैं।
> Dua करो, मगर saath me mehnat bhi karo.
> Sirf dua se doctor nahi banta, lekin dua aur mehnat dono mil jaayein,
> to Government College tak ka raasta bhi asaan ho jaata hai.”
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किन चीज़ों से बचना (Avoid these habits)
❌ Mobile scrolling (Instagram, YouTube, reels)
❌ Late-night जागना बिना पढ़ाई के
❌ दूसरों से compare करना
❌ “कल से पढ़ूँगा” वाला सोच रखना
❌ Group distraction (ज्यादा बातें, कम पढ़ाई)
Shakeel’s Suggestion – Doctor बनने का रास्ता
“अगर सच्चे दिल से डॉक्टर बनना है,
तो रोज़ 8–10 घंटे का वक्त अपने syllabus को दो,
1 घंटे को नहीं — पूरे दिन को अपने ख्वाब के हवाले करो।”
📿 हर दिन की शुरुआत “Bismillah” से करो,
और हर रात अपने दिल में यह सोच कर सोओ:
“आज मैं कल से बेहतर बना हूँ।”
### 🌹 **अख़िरी बात:**
अगर कोई बच्चा बस 1 घंटा पढ़कर सोचता है कि “Main doctor ban jaunga” —
तो यह **ख्वाब तो अच्छा है**, लेकिन **अंदाज़ ग़लत है।**
Allah Ta’ala *इरादे की सच्चाई* देखता है,
और *मेहनत की गहराई* के हिसाब से इनाम देता है।
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