Saturday, 8 November 2025

naat

तेरे ही सदक़े से रोशन जहाँ,
तेरे करम से बने दिल का मकाँ,
रहमत के साए, तू नबी-ए-अमाँ,
लब पे सदा तेरा नाम-ए-अमाँ,

तेरे ही सदक़े से रोशन जहाँ
तेरे → (उर्दू / हिंदी) "तुम्हारे" — यानी हज़रत मुहम्मद ﷺ की तरफ़ इशारा।

सदक़े से → (अरबी मूल صَدَقَة‎ / صدقہ) का मतलब होता है “कुर्बानी, बरकत, दान या रहमत की वजह से”।

रोशन → (फ़ारसी मूल) मतलब “उजाला, रौशनी से भरा हुआ”।

जहाँ → (फ़ारसी) मतलब “संसार, दुनिया”।

अर्थ:
"तेरे ही सदक़े से ये दुनिया रौशनी से भर गई।"
👉 यानी नबी ﷺ की रहमत और बरकत से सारी दुनिया में नूर फैल गया।

तेरे करम से बने दिल का मकाँ
करम → (अरबी / फ़ारसी) मतलब “मेहरबानी, रहमत, दया”।

बने → (हिंदी) मतलब “तैयार हुआ / बना”।

दिल → (फ़ारसी) मतलब “हृदय”।

मकाँ → (अरबी مكان) मतलब “ठिकाना, घर, स्थान”।

 अर्थ:
"तेरी रहमत से दिल को ठिकाना मिला।"
👉 यानी नबी ﷺ की दया से इंसान का दिल सुकून और इमान से भर गया।


रहमत के साए, तू नबी-ए-अमाँ

रहमत → (अरबी رحمة) मतलब “मेहरबानी, कृपा”।

साए → (फ़ारसी) मतलब “छाँव, संरक्षण”।

नबी-ए-अमाँ → दो शब्दों से बना है:

नबी (अरबी نبي) = “पैग़म्बर”

अमाँ (अरबी أمان) = “अमन, सुरक्षा, शांति”

 अर्थ:
"तू रहमत की छाँव है, ऐ अमन के पैग़म्बर!"
👉 यानी नबी ﷺ सारी इंसानियत के लिए अमन और रहमत लेकर आए।


लब पे सदा तेरा नाम-ए-अमाँ

लब → (फ़ारसी) मतलब “होंठ”।

सदा → (फ़ारसी / अरबी) मतलब “हमेशा, हर वक्त”।

तेरा नाम-ए-अमाँ →
नाम (फ़ारसी/हिंदी) = “नाम”
अमाँ (अरबी أمان) = “अमन, सुरक्षा”
अर्थ:
"हमारे होंठों पर हमेशा तेरे अमन का नाम रहे।"
👉 यानी हमेशा ज़ुबान पर नबी ﷺ का नाम और अमन की दुआ रहे।
Summary
“ऐ रहमत के पैग़म्बर ﷺ, तेरे ही सदक़े से ये जहाँ रौशन है, तेरे करम से हमारे दिलों को ठिकाना मिला।
तू रहमत और अमन की छाँव है, और हमारी ज़ुबान पर हमेशा तेरा नाम और अमन की दुआ रहती है।”



तेरा करम है, तेरी अता है,
हर साँस में तेरी सदा है,
दिल में बसाए तेरा नाम-ए-पाक,
तेरे ही नूर से महका फ़लक,
रौशन है दिल, तेरे हुस्न का ज़िक्र,
लब पे दरूद, दिल में फ़िक्र,




राहे मुहब्बत में ठहर जाए दिल,
तेरी अदा पे निखर जाए दिल,
तेरे कदमों में है जन्नत की राह,
तेरे ही नाम में छुपा है निगाह,
दिल में बसाए तेरी याद का फूल,
तेरे दर पर ही पाए उसूल,


तू जो थाम ले हाथ हमारा,
बदले मुक़द्दर का सारा नज़ारा,
तेरी दुआ से मिले इमां,
तेरे नूर से बने अरमान,
तू ही सहारा, तू ही निशाँ,
तू ही हबीब, तू ही जहाँ,
ओ मेरे दिल के सुकून

तू ही सहारा, तू ही निशाँ,
तू ही हबीब, तू ही जहाँ,
तेरे करम से मिले दिल को सबील,
तेरे नाम पे नाज़ करे “शकील”


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तेरे ही सदक़े से रोशन जहाँ, तेरे करम से बने दिल का मकाँ, रहमत के साए, तू नबी-ए-अमाँ, लब पे सदा तेरा नाम-ए-अमाँ, तेरे ही सदक़े से...

Shakil Ansari