"Matriculation" एक अंग्रेज़ी लफ़्ज़ है, जो हमारी तालीमी (शैक्षिक) ज़िंदगी में बड़ा अहम् मुकाम रखता है। आसान लफ़्ज़ों में कहें तो Matriculation यानी दसवीं क्लास का इम्तिहान पास करना।
🔹 कब और कैसे होता है Matriculation?
👉 Class 10th के बाद:
जब कोई तालीब-ए-इल्म (student) अपनी 10वीं जमात (class) का इम्तिहान बोर्ड से देता है – जैसे यूपी बोर्ड, CBSE या किसी और बोर्ड से – और कामयाबी हासिल करता है, तो उसे कहते हैं कि उसने "Matriculate" कर लिया।
👉 सर्टिफिकेट मिलता है:
इस इम्तिहान को पास करने के बाद तालीब-ए-इल्म को एक Matriculation Certificate दिया जाता है, जो उसकी बुनियादी तालीम (basic education) की दस्तावेज़ी गवाही होती है।
🔹 Matric के बाद क्या होता है?
Matric के बाद बच्चा इंटरमीडिएट (Class 11-12) में दाख़िल होता है, जिसमें Science, Arts, Commerce जैसे मज़ामीन (subjects) का इन्तेख़ाब किया जाता है।
🔹 Matric का अहम् क्यों है?
✅ सरकारी या प्राइवेट नौकरी के लिए minimum qualification अक्सर matric होती है।
✅ इसके बिना आगे की तालीम (education) मुमकिन नहीं होती।
✅ ये आपके बुनियादी इल्म (basic knowledge) और school discipline की पहचान होती है।
✅ Passport, voter ID, और कई सरकारी documents में matric certificate मांगा जाता है।
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