Chapter -3
Keeping Quiet
Pablo Neruda (1904-1973) is the pen name of Neftali Ricardo Reyes Basoalto who was born in the town of Parral in Chile. Neruda's poems are full of easily understood images which make them no less beautiful. He won the Nobel Prize for Literature in the year 1971. In this poem Neruda talks about the necessity of quiet introspection and creating a feeling of mutual understanding among human beings.
पहले तर्जुमा - ररूआ लोकल हिंदी में:
पाब्लो नेरूदा (1904-1973) असल नाम नेफ्ताली रिकार्डो रेयेस बसोआल्तो, चिली के पाराल कस्बे में पैदा हुए। नेरूदा की शायरी आसान और समझ आने वाली तसवीरों से भरी हुई है, लेकिन इस आसान अंदाज़ में भी कोई कमी नहीं, बल्कि यह और भी खूबसूरत लगती है। उन्होंने 1971 में अदब का नोबेल इनाम जीता। इस नज़्म में नेरूदा हमें खामोशी में सोचना, खुद का जायज़ा लेना और इंसानों के बीच आपसी समझ पैदा करने की अहमियत बताने की कोशिश करते हैं।
अब विस्तार से समझें - ररूआ लोकल हिंदी में:
पाब्लो नेरूदा का असल नाम नेफ्ताली रिकार्डो रेयेस बसोआल्तो था। वह चिली के पाराल कस्बे में पैदा हुए। उन्होंने अपना नाम बदलकर पाब्लो नेरूदा रखा, ताके उनकी शायरी एक अलग पहचान हासिल कर सके। नेरूदा की शायरी ऐसी नहीं जो मुश्किल लफ्ज़ों या उलझे हुए ख्यालों से भरी हो, बल्कि उनकी बात बहुत साफ़ और आसान होती है। वह अपनी नज़्मों में ऐसे मंज़र बनाते हैं जो आम आदमी भी फौरन समझ सकता है, लेकिन यह आसान अंदाज़ उनकी शायरी की खूबसूरती को कम नहीं करता, बल्कि उसे और भी असरदार बना देता है।पाब्लो नेरूदा को उनकी अदबी खिदमात पर 1971 में नोबेल इनाम से नवाज़ा गया। उनकी शायरी सिर्फ हुस्न और मुहब्बत तक ही महदूद नहीं, बल्के उन्होंने इंसानियत, समाज और अमन के लिए भी अपने अल्फाज़ का इस्तेमाल किया। इस नज़्म में वह खामोशी और तन्हाई में सोचना, अपने अंदर झांकना और दूसरों को समझने की अहमियत पर जोर देते हैं। उनका मानना था कि अगर इंसान कुछ लम्हों के लिए अपनी रोज़मर्रा की भागदौड़ से हटकर खामोश हो जाए, अपने बारे में सोचे और दूसरों को महसूस करे, तो इस दुनिया में ज़्यादा अमन और मुहब्बत पैदा हो सकती है।यह नज़्म सिर्फ एक ख्याल नहीं, बल्कि एक पैग़ाम है कि हम अपनी ज़िंदगी को सिर्फ भागते दौड़ते ना गुज़ारें, बल्कि कुछ देर ठहर कर सोचें कि हम कौन हैं, क्या कर रहे हैं और हमें अपनी और दूसरों की भलाई के लिए क्या करना चाहिए।
Now we will count to twelve
and we will all keep still.
For once on the face of the Earth
let’s not speak in any language,
let’s stop for one second,
and not move our arms so much.
It would be an exotic moment
without rush, without engines,
we would all be together
in a sudden strangeness.
Fishermen in the cold sea
would not harm whales
and the man gathering salt
would look at his hurt hands.
अब हम बारह तक गिनेंगे
और हम सभी चुप रहेंगे।
एक बार, पृथ्वी पर,
चलो किसी भी भाषा में बात न करें,
एक पल के लिए रुक जाएं,
और अपने हाथों को इतनी ज्यादा न हिलाएं।यह एक अजनबी पल होगा, बिना किसी जल्दी के, बिना इंजन के, हम सभी एक साथ होंगे, अचानक एक रहस्य में।ठंडे समुंदर में मछुआरे व्हेल्स को नुकसान नहीं पहुँचाएंगे और नमक इकट्ठा करने वाला आदमी अपने घायल हाथों को देखेगा।
Those who prepare green wars,
wars with gas, wars with fire,
victory with no survivors,
would put on clean clothes
and walk about with their
brothers
in the shade, doing nothing.
What I want should not be
confused
with total inactivity.
Life is what it is about;
I want no truck with death.
If we were not so single-minded
about keeping our lives moving,
and for once could do nothing,
perhaps a huge silence
might interrupt this sadness
of never understanding ourselves
and of threatening ourselves with
death.
जो लोग हरे युद्ध तैयार करते हैं,
गैस के साथ युद्ध, आग के साथ युद्ध,
ऐसे युद्ध जिनमें कोई ज़िंदा नहीं बचता,
वो साफ़ कपड़े पहनते हैं
और अपने भाइयों के साथ
छाँव में घूमते हैं, कुछ नहीं करते।
जो मैं चाहता हूँ, उसे
कुल निस्क्रियता से ना जोड़ा जाए।
ज़िन्दगी इसी के बारे में है;
मुझे मौत से कोई ताल्लुक नहीं।
अगर हम अपने जीवन को चलाए रखने के बारे में
इतना एक-minded न होते,
और एक बार कुछ भी न कर पाते,
तो शायद एक गहरी चुप्प
हमारे खुद को न समझ पाने के इस दुख को
रोक देती,
और हम अपने आप को मौत से धमकाना बंद कर देते।
Perhaps the Earth can teach us
as when everything seems dead
and later proves to be alive.
Now I’ll count up to twelve
and you keep quiet and I will go.
लोकल ररूआ हिंदी तर्जुमा:
शायद ज़मीन हमें ये सिखा सके,
जैसे जब सब कुछ मरा हुआ सा लगता है,
और बाद में साबित होता है कि वो जिंदा है।
अब मैं बारह तक गिनूंगा,
और तुम खामोश रहो, और मैं चला जाऊंगा।
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