🌱 ये वो चीज़ें हैं जो अल्लाह तआला ने हर इंसानी बच्चे के अंदर डाली होती हैं, पैदा होते ही:
🧠 1. रोना (Crying):
जैसे ही बच्चा पैदा होता है, वो रोता है — ये उसकी फितरी अलामत है।
क्यों रोता है? ताके उसके फेफड़े (lungs) खुलें और सांस लेना शुरू हो।
🍼 2. दूध चूसना (Sucking Reflex):
बच्चा मां का सीना छूते ही दूध चूसना शुरू कर देता है, बिना किसी ट्रेनिंग के।
ये सर्वाइवल का सिस्टम है जो अल्लाह ने हर बच्चे में डाला है।
👶 3. पकड़ने की कोशिश (Grasp Reflex):
अगर आप बच्चे की उंगली में अपनी उंगली डालें, तो वो फौरन पकड़ लेता है।
इसे कहते हैं palmar grasp reflex – ये भी फितरी है।
💨 4. सांस लेना (Breathing):
बच्चा पैदा होते ही खुद-ब-खुद सांस लेने लगता है।
ये automatic system अल्लाह ने बनाया है — brain stem इसको कंट्रोल करता है।
🧲 5. आवाज़ की तरफ ध्यान देना (Reflex to Sound):
तेज़ आवाज़ हो तो बच्चा डरता है, हिलता है, चौंकता है।
इसे कहते हैं Moro reflex – ये उसकी फितरी हिफ़ाज़ती रिएक्शन होती है।
🌡️ 6. गर्मी-सर्दी का अहसास:
बच्चा ज्यादा गर्मी या ठंडक महसूस करता है, तो रोने लगता है — ये भी कुदरती अलामत है।
7. फितरी अल्लाह की तलाश (Fitrah to Recognize Creator):
हदीस-ए-पाक है:
हर बच्चा फितरत पर पैदा होता है..."
(सहीह बुख़ारी / मुस्लिम)
यानि हर इंसान अल्लाह की पहचान और अच्छाई की तरफ मायिल होता है — बाद में माहौल बदलता है।
🌍 मिसाल (Real Life Analogy):
जैसे एक चूज़ा अंडे से निकलते ही अपनी मां के पीछे चल पड़ता है,
जैसे बकरी का बच्चा खड़ा होकर दूध पीने लगता है,
वैसे ही इंसानी बच्चा भी कुदरती तौर पर कुछ बातें जानता है — ये अल्लाह की बहुत बड़ी कुदरत है।
No comments:
Post a Comment