Thursday, 13 March 2025

टोपी पहनना सुन्नत है और इसका एहतमाम करना चाहिए, लेकिन अगर कोई शख्स बिना टोपी के नमाज़ पढ़े तो उसकी नमाज़ मुकम्मल (valid) होगी, मगर उसे सुन्नत का सवाब (reward) नहीं मिलेगा।


सुनन अबू दाऊद, हदीस नंबर: 643

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Rarua solution 1

गलत कुरान पढ़ने का नुकसान मानी बदल जाता है: अगर हर्फ़ या ज़बर–ज़ेर बदल दी जाए तो आयत का मतलब बदल सकता है, और यह गुनाह है। गुनाह का खतरा: सही...

Shakil Ansari