Shakil Ansari

Friday, 14 March 2025

होली और जुमा एक साथ: एहतियात और समझदारी से अमन क़ायम रखें।

 होली और जुमा एक साथ: एहतियात और समझदारी से अमन क़ायम रखें।

👉🏻इस बार होली और जुमा एक ही दिन आ रहे हैं। ऐसे मौकों पर हमें सोच-समझकर और एहतियात से काम लेना चाहिए ताकि कोई भी हालात का ग़लत फायदा न उठा सके।

 *👇🏻ज़रूरी एहतियाती तदबीरें:* 

1️⃣ *बेवजह बाहर न निकलें*– ख़ासकर नौजवान, गैरज़रूरी तौर पर सड़कों और दूसरे मोहल्लों में न जाएं।
2️⃣ *अपनी नमाज़ अपनी ही मस्जिद में अदा करें,* दूर-दराज़ की मस्जिदों में जाने से परहेज़ करें।
3️⃣ *किसी भी बहस, झगड़े या उकसावे में न आएं,* नफरत फैलाने वालों को मौका न दें।
4️⃣ *बच्चों और घर की औरतों का ख़्याल रखें,* उन्हें आज के दिन घर से बाहर न जाने दें।
5️⃣ *सोशल मीडिया पर अफ़वाहों और भड़काऊ पोस्ट से बचें,* न खुद शेयर करें, न दूसरों को करने दें।
6️⃣ *अगर कोई उकसाने की कोशिश करे तो सब्र से काम लें,* हमारी हिफ़ाज़त हमारी समझदारी में है।
7️⃣ *क़ानून का एहतराम करें,* पुलिस से टकराव से बचें और गैरज़रूरी हालात में फंसने से बचें।
8️⃣ *इस मुबारक दिन को इबादत में बिताएं,* अपनी और क़ौम की भलाई के लिए दुआ करें।

 *👇🏻याद रखें:* 

👉🏻जब आप बाहर जाएंगे, तो हो सकता है कि कुछ नफरत फैलाने वाले आपको अपना निशाना बनाने की कोशिश करें। *उनका मकसद सिर्फ आपको भडका कर फसाद फैलाने का मौका ढुंढना है।* इसलिए, अपनी और अपनी क़ौम की हिफ़ाज़त को पहली तरजीह दें।

 *🎤अल्लाह तआला से दुआ करे,*
*🕋या अल्लाह!* हमें हर फितने और बुराई से बचा, हमारी क़ौम को तरक्क़ी और इज्ज़त अता फरमा। हमारी हिफाज़त व मदद फरमा और ज़ालिम हाकिम और उसकी हुकुमत के शर से बचा। (आमीन)

No comments:

Post a Comment